आंवला इम्यूनिटी बूस्टर फल है जो कि कई समस्याओं को दूर करने में मददगार….

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सर्दियों की शुरुआत होते ही आंवला का मौसम आ जाता है। ये इम्यूनिटी बूस्टर फल है जो कि कई समस्याओं को दूर करने में मददगार है। साइंस की भाषा में इसे सुपरफूड भी कहते हैं क्योंकि इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और पॉलीफेनोल्स, एल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं

कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ है तो इसका सबसे बड़ा कारण है शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल का जमा होना। दरअसल, कुछ ऑयल के कण और गंदगी आपकी धमनियों से चिपक जाते हैं। ये असल में बैड फैट लिपिड्स हैं जो कि ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करते हैं। इससे दिल का काम काज प्रभावित होता है। ऐसे में आंवला का विटामिन सी और साइट्रिक एसिड एक क्लींजर की तरह काम करता है और बैड फैट के कणों को पिघलाने और इसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इस प्रकार से ये बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है। इस जड़ी बूटी में छिपा है थायराइड का हल, कई लक्षणों को कंट्रोल करने में मददगार

आंवले में कुछ पॉलीफेनोल्स, एल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो कि धमनियों की दीवारों को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। ये आपकी धमनियों को स्वस्थ रखते हैं। आंवले का फाइबर ब्लड वेसेल्स की दीवारों पर जमा गंदगी को स्क्रब करने और फ्लश ऑउट करने में मददगार है। इसकी वजह से धमनियां चौड़ी रहती हैं और ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है।

बीपी मैनेज करने में आंवले का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है। विटामिन सी धमनियों को चौड़ा करता है और ब्लड सर्कुलेशन को रास्ता देता है। इससे होता ये है कि ब्लड पंप करने के लिए दिल पर प्रेशर नहीं पड़ता और हाई बीपी की समस्या से बचे रह सकते हैं। सुबह उठने के बाद ही आंवला का जूस पिएं या फिर दिनभर में दो आंवला तो जरूर खाएं। इस प्रकार से ये दिल के लिए हेल्दी है।