‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा’, पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दी खुली चुनौती

ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ कर दिया कि अभी सिर्फ इसे स्थगित किया गया है। राष्ट्र के नाम संबोधन में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में भी आतंकी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को न्याय की अखंड प्रतिज्ञा बताया। प्रधानमंत्री के अनुसार पाकिस्तान की ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाने की शर्त पर ही ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया गया है, लेकिन पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापा जाएगा। एक तरफ जब अमेरिकी राष्ट्रपति बार-बार सीजफायर के लिए श्रेय ले रहे है। ऐसे में प्रधानमंत्री का यह स्पष्ट संदेश न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि अमेरिका को भी था और देश में सवाल पूछ रहे राजनीतिक दलों को भी। भारत ने उजाड़े पाक सेना के हेडक्वार्टरपहलगाम में आतंकियों द्वारा निर्दोष लोगों को परिवार वालों, बच्चों के सामने धर्म पूछकर मारे जाने को व्यक्तिगत पीड़ा बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर आतंकी और हर आतंकी संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसीलिए भारत ने आतंक के हेडक्वार्टर्स उजाड़ दिए। उन्होंने भारतीय सैन्य बलों के शौर्य को सैल्यूट करते हुए कहा कि आतंकियों के हेडक्वार्टर्स और ट्रेनिंग कैंपों को खंडबर में तब्दील कर दिया गया।
उन्होंने इन आतंकी ठिकानों को वैश्विक आतंकवाद की यूनिवर्सिटी बताते हुए उनके तार न्यूयार्क के 9/11 हमले और लंदन के ट्यूब धमाकों के साथ भी जोड़ा। ध्यान देने की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिहार से बोलते हुए साफ कर दिया था कि आतंकवादियों और उनके आकाओं को ऐसी सजा मिलेगी, जिसके बारे में उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था। भारतीय सेनाओं ने इसे सच कर दिखाया। आतंक के ये आका जो पिछले ढाई-तीन दशकों से पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे, उन्हें एक झटके में खत्म कर दिया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन एकजुट भारत ने फौलादी फैसला किया और इसे कर दिखाया। उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान ने हमारी सीमा पर वार किया तो हमने उसके सीने पर वार किया है।
ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित करने को लेकर देश के अंदर उठ रहे कुछ सवालों का भी उत्तर दे दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान दुनिया भर से तनाव कम करने की गुहार लगाने लगा। इसी क्रम में पाकिस्तानी सेना ने भारत के डीजीएमओ से संपर्क किया। भविष्य में कोई भी आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाने की गारंटी देने के बाद ही इस पर विचार किया। पहले ही आतंकी इन्फ्रास्ट्रचर को तबाह करने और बड़ी संख्या में आतंकी आकाओं को मार गिराने को देखते हुए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को फिलहाल स्थगित करने का फैसला किया। लेकिन तीनों सेनाएं, बीएसएफ और अर्द्धसैनिक बल लगातार अलर्ट पर हैं। उन्होंने साफ किया कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की नई नीति है। इस नई नीति के तहत हर आतंकी हमला का करारा जवाब, न्यूक्लियर ब्लैकमेल को नहीं सहना और आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखना शामिल है। अब से पहले पाकिस्तान और आतंक को इतनी स्पष्टता के साथ नहीं जोड़ा गया था। उन्होंने कहा कि अब यही न्यू नार्मल है। दो दिन पहले ही सरकार की ओर से संदेश दिया आतंक की घटना को युद्ध माना जाएगा। प्रधानमंत्री ने दूसरे शब्दों में इसी को बयां किया। कश्मीर पर न कोई बात होगी, न किसी की मध्यस्थताप्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर को अपनी गर्दन की सबसे अहम नस बताने वाले पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष आसिम मुनीर और प्रधानंमत्री शहबाज शरीफ को स्पष्ट संदेश दे दिया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को भी संदेश दे दिया कि कश्मीर पर अब कोई बात नहीं होगी और न ही किसी की मध्यस्थता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत सिर्फ आतंकवाद और पीओजेके पर ही होगी। इसके अलावा किसी मुद्दे पर बातचीत नहीं होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि पाकिस्तान को अपने आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा। इसके अलावा शांति का कोई और रास्ता नहीं है। यह समय युद्ध का नहीं, बुद्ध का है के अपने पुराने बयान पर कायम रहते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है और भारत ने अपनी शक्ति दिखा है
#WATCH | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा… हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे…” pic.twitter.com/wxgvPhfVd7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 12, 2025
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें –
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में, आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ. हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी. और आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है, एक नया पैमाना, ‘न्यू नॉर्मल’ तय कर दिया है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ये सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है.
आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्ट्स उजाड़ दिए. भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर्स पर सटीक प्रहार किया. आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है. लेकिन जब देश एकजुट होता है, राष्ट्र प्रथम की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है, तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं, परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं. भारत की मिसाइलों और ड्रोन्स ने जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर हमला बोला, तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, बल्कि उनका हौसला भी थर्रा गया. बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने, एक प्रकार से वैश्विक आतंकवाद के गढ़ रहे हैं आतंक के बहुत सारे आका, बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे, उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया.
भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था, हताशा में घिर गया था, बौखला गया था, और इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया. आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया. पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों-कॉलेजों को, गुरुद्वारों को, मंदिरों को, सामान्य नागरिकों के घरों को निशाना बनाया, पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया. दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन्स और पाकिस्तान की मिसाइलें, भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत की सशक्त वायु रक्षा प्रणाली ने, उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया. भारत के ड्रोन, भारत की मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया. पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिस पर पाकिस्तान को बहुत घमंड था.
भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था. इसलिए, भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा.पाकिस्तान, दुनिया भर में तनाव कम करने की गुहार लगा रहा था. और बुरी तरह पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमएओ (सैन्य अभिायन के महानिदेशक) को संपर्क किया. तब तक हम आतंकवाद ठिकानों को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था, पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था. इसलिए, जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, पाकिस्तान की तरफ से जब ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा. तो भारत ने भी उस पर विचार किया. और मैं फिर दोहरा रहा हूं, हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है. आने वाले दिनों में, हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वो क्या रवैया अपनाता है.
भारत की तीनों सेनाएं, हमारी वायुसेना, हमारी सेना, और हमारी नौसेना, हमारे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारत के अर्धसैनिक बल लगातार अलर्ट पर हैं. ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है, एक नया पैमाना, ‘न्यू नॉर्मल’ तय कर दिया है. भारत किसी भी परमाणु धमकी को नहीं सहेगा. ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा. युद्ध के मैदान पर हमने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है. और इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने नया आयाम जोड़ा है. हमने रेगिस्तानों और पहाड़ों में अपनी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया, और साथ ही नए युग के युद्ध में भी अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की. निश्चित तौर पर ये युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युग आतंकवाद का भी नहीं है. पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार, जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं, वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा. पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने ‘टैरर इंफ्रास्ट्रक्चर’ का सफाया करना ही होगा. इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है. भारत का मत एकदम स्पष्ट है, आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती, आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते और पानी व खून भी एक साथ नहीं बह सकता.
मैं आज विश्व समुदाय को भी कहूंगा, हमारी घोषित नीति रही है, अगर पाकिस्तान से बात होगी, तो आतंकवाद पर ही होगी, अगर पाकिस्तान से बात होगी, तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर ही होगी.