भारत की घर से बाहर सबसे बड़ी जीत, शुभमन बर्मिंघम टेस्ट जीतने वाले इकलौते भारतीय कप्तान

भारत ने इंग्लैंड को बर्मिंघम टेस्ट में 336 रन के बड़े अंतर से हरा दिया। यह भारत की घरेलू मैदान से बाहर रन के अंतर से सबसे बड़ी जीत रही। टीम ने बर्मिंघम में पहली बार ही कोई टेस्ट जीता। आकाशदीप ने मैच में 187 रन देकर 10 विकेट लिए। यह बर्मिंघम में किसी भारतीय गेंदबाज से बेस्ट बॉलिंग का रिकॉर्ड रहा। बर्मिंघम में पहली बार जीता भारत भारत ने बर्मिंघम में पहली बार टेस्ट जीता। टीम यहां 1967 से टेस्ट खेल रही है, लेकिन जीत पहली बार ही मिली। भारत ने इससे पहले बर्मिंघम में 8 टेस्ट खेले थे, 7 गंवाए और एक ड्रॉ कराया। कप्तान शुभमन बर्मिंघम में टेस्ट जीतने वाले भारत के पहले कप्तान बने। भारत ने इंग्लैंड को बर्मिंघम में 336 रन के बड़े अंतर से हराया। यह घरेलू मैदान से बाहर रन के अंतर से भारत की सबसे बड़ी जीत है। टीम ने इससे पहले 2016 में एंटीगुआ के मैदान पर वेस्टइंडीज को 318 रन से हराया था। कप्तान शुभमन की कप्तानी में भारत ने रन के अंतर से इंग्लैंड में भी सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले टीम ने 1986 में लीड्स के मैदान पर 279 रन से मुकाबला जीता था। आकाशदीप ने बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 6 विकेट लिए। उन्होंने 187 रन पर 10 विकेट के साथ मैच खत्म किया। वे बर्मिंघम में बेस्ट बॉलिंग करने वाले भारतीय बने। उनसे पहले 1986 में चेतन शर्मा ने 188 रन देकर मैच में 10 विकेट लिए थे।
शुभमन गिल ने पहली पारी में 269 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में 161 रन बना दिए। उन्होंने एक टेस्ट में 430 रन बनाए। यह किसी भारतीय प्लेयर और कप्तान के लिए एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड रहा। गिल ने विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने कप्तानी करते हुए 2017 में श्रीलंका के खिलाफ मैच में 293 रन बनाए थे।
गिल एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी भी बने। उन्होंने सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 344 रन बनाए थे। गिल एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने के रिकॉर्ड से महज 27 रन दूर रह गए। एक टेस्ट में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड इंग्लैंड के ग्राहम गूच के नाम है। जिन्होंने 1990 में भारत के खिलाफ ही 456 रन बनाए थे। शुभमन टेस्ट में 400 प्लस रन बनाने वाले दुनिया के 5वें ही प्लेयर बने।
भारत ने पहली पारी में 587 और दूसरी पारी में 427 रन बना दिए। टीम इंडिया ने मुकाबले में 1014 रन बनाए। टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ जब भारत ने हजार रन का आंकड़ा पार किया। इससे पहले 2003 में सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने 916 रन बनाए थे।