भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने शुक्रवार को यहां हांगकांग पर 3-0 की जीत के साथ बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप (बीएटीसी) में अपना पहला पदक पक्का किया लेकिन पुरुष टीम क्वार्टर फाइनल में जापान से 2-3 से हार गयी। शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन को हराकर ग्रुप चरण में शीर्ष पर रहने के बाद भारत ने दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू, अस्मिता चालिहा और अश्विनी पोनप्पा तथा तनीषा क्रास्टो की युगल जोड़ी की जीत के दम पर हांगकांग को हराया। अब भारत का मुकाबला जापान और चीन के बीच होने वाले एक अन्य क्वार्टर फाइनल के विजेता से होगा।
भारतीय पुरुष टीम ने साहसिक प्रयास किया लेकिन नर्वस किदाम्बी श्रीकांत अंत में निर्णायक पांचवें मैच में हार गये। भारत ने 2016 और 2020 चरण में पुरुष टीम स्पर्धा में दो कांस्य पदक जीते थे। चोट के कारण लंबे समय बाद वापसी करते हुए सिंधू ने अपने से निचली रैंकिंग वाली लो सिन यान हैप्पी के खिलाफ कड़े मुकाबले में 21-7, 16-21, 21-12 से जीत दर्ज की। इसके बाद तनीषा और अश्विनी की महिला युगल जोड़ी ने येयुंग एनगा टिंग और येयुंग पुई लैम की दुनिया की 18वें नंबर की जोड़ी को 35 मिनट में 21-10, 21-14 से हराकर भारत की बढ़त दोगुनी कर दी। अस्मिता ने येयुंग सुम यी पर 21-12, 21-13 की आसान जीत से भारत की जीत सुनिश्चित की और टीम के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का किया।