रायपुर के युवा ड्रग्स की गिरफ्त में, मेक्सिको से आया नशीला पार्सल, बेटे के खिलाफ मां ने करवाई FIR

क्षेत्रीय

रायपुर के युवा ड्रग्स ले रहे हैं । ड्रग हासिल करने के लिए ये विदेशों से पार्सल मंगवा रहे हैं । एक ऐसा ही मामला तब खुला जब एक मां अपने बेटे के खिलाफ थाने पहुंच गई। मां ने थाने पहुंचकर जानकारी दी कि बेटे ने कुछ विदेशी पार्सल मंगाए हैं, जब पार्सल की जांच की गई तो पता चला इसमें खतरनाक नशीला ड्रग्स है जो दुनिया के कई देशों में बैन है।

रायपुर की रहने वाली सीमा सच्चर नाम की महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने उसके बेटे यश सच्चर के खिलाफ FIR दर्ज की है। तेलीबांधा थाने की पुलिस के मुताबिक युवक के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है, फिलहाल आरोपी युवक रिहैब सेंटर (नशा मुक्ति केंद्री) में है, जहां उसका इलाज जारी है इसके बाद युवक से पूछताछ की जा सकती है।

0.67 ग्राम की कीमत 10000
खास बात यह है कि आरोपी युवक लगातार मेक्सिको से पार्सल में यह ड्रग्स मंगवा रहा था। इस ड्रग्स का नाम मैजिक मशरूम साइक्लोबिन ड्रग है। इसके सिर्फ 0.67 ग्राम की कीमत 10000 बताई गई है। इससे पहले भी यह ड्रग्स आरोपी कई बार अपने घर मंगवा चुका था । परिजनों से छुपाकर इसका इस्तेमाल किया करता था, फिलहाल इस मामले का खुलासा होने के बाद घर वालों ने ही आगे आकर इस मामले की जांच की मांग की है।

क्या है मैजिक मशरूम ड्रग्स
मैजिक मशरूम ड्रग्स दुनिया की सबसे खतरनाक नशीले ड्रग में शुमार है। इसे खास किस्म के मशरूम के फंगस से तैयार किया जाता है। कई देशों में इसे बेचा जाना या निर्यात किया जाना बैन है। जिनमें यूएस, कनाडा भी शामिल है। इन देशों ने इस ड्रग्स के इस्तेमाल के खिलाफ कानून भी बना रखे हैं, जानकारी के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र संघ ने साइक्लोबिन मैजिक मशरूम को 1971 तक एक दवा के तौर पर शेड्यूल रखा था। लेकिन इसके हानिकारक इस्तेमाल और असर की वजह से इसे दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाना बंद किया जा चुका है।

क्या होता है शरीर पर असर
मैजिक मशरूम ड्रग नशाखोरी करने वाले अक्सर चोरी छुपे इस्तेमाल करते हैं। विदेशों और मेट्रो सिटी में इसकी सप्लाय होती है। ड्रग एडिक्ट युवक-युवतियों पर स्टडी से यह बात सामने आई है कि मैजिक मशरूम ड्रग की वजह से आंखों के सामने एक अलग ही काल्पनिक दुनिया दिखने लगती है, जैसे खुली आंखों से कोई सपना देख रहा हों। सामने मौजूद चीजें नहीं दिखती कुछ और ही नजर आता है। एक आभासी दुनिया में दिमाग चला जाता है, दिमाग को भ्रम होने लगता है। एक अलग ही मानसिक अवस्था में लोग पहुंच जाते हैं, इसके लगातार इस्तेमाल से शरीर पर गंभीर बुरे बुरे असर पड़ते हैं।