आंध्र प्रदेश के 20 साल के छात्र ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। छात्र ने IPL के दौरान सट्टा लगाने के लिए कई लोगों से कर्ज लिया था। सट्टे में वह सारा पैसा हार गया। परेशान होकर उसने खुदकुशी कर ली। छात्र का नाम सतीश बाबू है। वह विजयवाड़ा का रहने वाला था।
पुलिस के मुताबिक, सतीश ने जिन लोगों से कर्ज लिया था, वे उस पर पैसे लौटाने का दबाव बना रहे थे। कर्ज चुकाने के लिए वह हैदराबाद के चिक्कड़पल्ली में नौकरी करने भी गया था। वह यहां जिस होस्टल में रुका था, वहीं पर उसने फांसी लगा ली।
माता-पिता ने कर्ज चुकाने के लिए दिए 80 हजार रुपए
चिक्कड़पल्ली के सब-इंस्पेक्टर नागाराजु ने बताया कि सतीश विजयवाड़ा में अपने परिवार के साथ रहता था और वहां के एक निजी कॉलेज में पढ़ता था। उसका कर्ज चुकाने में उसके माता-पिता ने भी मदद की थी। उन्होंने 80 हजार रुपए चुकाए थे। इसके बाद भी छात्र डिप्रेशन में था।
सुसाइड नोट नहीं मिला
पुलिस को जांच में मृतक स्टूडेंट के पास से सुसाइड नोट नहीं मिला। परिवार से बात करने पर पुलिस को उसके क्रिकेट सट्टेबाजी के बारे में पता चला। पुलिस ने धारा 174(संदिग्ध मौत) के तहत केस दर्ज कर लिया है।