ईरान न्यूक्लियर धमाका करेगा ? टेंशन में आए अमेरिका और इजराइल जैसे देश

ईरान जितनी तेजी से अपनी ताकत बढ़ाने में जुटा है उससे मिडिल ईस्ट में पावर बैलेंस बिगड़ सकता है लेकिन उससे भी बड़ी खबर यह है कि ईरान दुनिया के उन चुनिंदा मुल्कों में शामिल होना चाहता है, जिनके पास न्यूक्लियर ताकत है. ईरान के पूर्व न्यूक्लियर चीफ ने कहा कि अगर उन्हें परमाणु बम बनाने के आदेश मिले तो वह ऐसा बम बना सकते हैं, जिससे दुश्मन का मिलिट्री बेस तबाह हो सकता है. फेरीडून अब्बासी ने क्लियर कट कह दिया है कि वह ऐसा बम बना सकते हैं जो बड़ा धमाका कर सकता है लेकिन देखने में छोटा रहेगा. सबसे खास बात यह है कि इस बम की वजह से ईरान को न्यूक्लियर प्रतिबंधों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
मतलब कि ईरान किसी भी कीमत पर न्यूक्लियर धमाका करना चाहता है. जाहिर है ईरान के न्यूक्लियर वैज्ञानिक का यह बयान ऐसे ही नहीं आया होगा. फेरीडून अब्बासी के पास इसका फूल प्रूफ प्लान भी है. ईरान पिछले कई सालों से न्यूक्लियर टेस्ट करना चाहता है, लेकिन अमेरिका इसके विरोध में है. अमेरिका कतई नहीं चाहता कि ईरान न्यूक्लियर टेस्ट करे. क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो मिडिल ईस्ट में अमेरिका की मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं. मिडिल ईस्ट में अमेरिका इजराइल को सपोर्ट करता है और ईरान और इजराइल दोनों कट्टर दुश्मन है. लेकिन जिस रफ्तार से ईरान यूरेनियम संवर्धन करने में जुटा है, उससे सवाल यह उठता है कि क्या 2025 में परमाणु संपन्न मुल्क बन जाएगा. ईरान क्या 2025 में मिडिल ईस्ट की महाशक्ति बन जाएगा. ईरान इस सवाल और इस आशंका से ही अमेरिका और उसका डिफेंस पार्टनर इजराइल डरा हुआ है.
क्योंकि ईरान मिडिल ईस्ट में इजराइल को अपना जानी दुश्मन मानता है इजराइल पर ही काबू करने के लिए ईरान मिडिल ईस्ट की महाशक्ति बनना चाहता है और इसीलिए वह तेजी से यूरेनियम संवर्धन कर रहा है, जिससे न्यूक्लियर प्रोग्राम में तेजी लाई जा सके. ईरान को लेकर आईएईए की जो रिपोर्ट आई है, उसने इजराइल को परेशान कर दिया है तो अमेरिका को टेंशन में डाल दिया है. क्योंकि रिपोर्ट में ऐसा कहा गया कि ईरान न्यूक्लियर टेस्ट के बेहद करीब पहुंच गया है. आईएईए चीफ की ओर से दावा किया गया है कि ईरान के पास हथियार ग्रेड यूरेनियम का उत्पादन करने की क्षमता बढ़ गई है. आईएईए चीफ की ओर से कहा गया कि ईरान ने पहले जो 60% यूरेनियम का उत्पादन किया था, उसकी दर हर महीने 5 से 7 किग्रा थी लेकिन अब इसमें बेतहाशा बढ़ोतरी हुई.