गाड़ी में जा रहा था ईरान के कुद्स फोर्स का कमांडर, इजरायल ने दाग दी मिसाइल

इजरायल लगातार ईरान के सीनियर मिलिट्री अफसरों को निशाना बना रहा है आईआजीसी के चीफ और बड़े अधिकारियों के खात्में के बाद अब उसके निशाने पर IRGC की विदेशी शाखा Quds Force (कुद्स फोर्स) के अधिकारी हैं. आईडीएफ ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि उसने कुद्स फोर्स के वेपंस ट्रांसफर यूनिट के इंचार्ज कमांडर बेनहम शाहरियारी को मार गिराया है इजरायली सेना (IDF) ने कहा कि उसने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की विदेशी शाखा कुद्स फोर्स के कमांडर को मार गिराया है. उसकी पहचान बेनहम शाहरियारी के रूप में की गई है. यह कमांडर ईरानी शासन से लेकर मध्य पूर्व में उसके प्रॉक्सी संगठनों तक सभी हथियारों ट्रांसपोर्ट करने के लिए जिम्मेदार था. वह कुद्स फोर्स के वेपंस यूनिट का इंचार्ज था. आईआरजीसी में कुद्स फोर्स के हथियार ट्रांसफर इकाई के कमांडर बेहनाम शाहरियारी को पश्चिमी ईरान में आईडीएफ द्वारा किए गए सटीक हमले में मार गिराया गया. शाहरियारी ईरानी शासन से लेकर मध्य पूर्व में उसके प्रॉक्सी तक सभी हथियारों के हस्तांतरण के लिए जिम्मेदार था, ताकि सीधे तौर पर ईरानी शासन की इजरायल को नष्ट करने की योजना को आगे बढ़ाया जा सके.
आईडीएफ का दावा है कि पश्चिमी ईरान में यात्रा करते समय उन्होंने इजरायल से 1,000 किलोमीटर से अधिक दूरी से शाहरियारी को मार गिराया गया.इजरायली सेना के एक हैंडआउट में वाहनों पर हमले का मोनोक्रोम हवाई फुटेज दिखाया गया, जिसके बारे में कहा गया कि उसमें शरियारी सवार था. इस फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि सड़क पर एक वाहन दौड़ता जा रहा है. तभी अचानक उस पर एक मिसाइल से हमला हो जाता है और वाहन के परखच्चे उड़ जाते हैं. इसके बाद पीछे से आ रही एक गाड़ी उसके पास आकर रुक जाती है. आईडीएफ का दावा है कि इसी गाड़ी में आईआरजीसी की विदेशी शाखा कुद्स फोर्स के कमांडर शाहरियारी सवार था.
इजरायली सेना के अनुसार शाहरियारी ने इजरायल पर दागी जाने वाली मिसाइलों और रॉकेटों की आपूर्ति हिज़्बुल्लाह, हमास और यमन के हौथियों को की थी. आईडीएफ के मुताबिक शाहरियारी ने विभिन्न आतंकवादी संगठनों को सालाना सैकड़ों मिलियन डॉलर ट्रांसफर करने की भी कमान संभाल रखी थी. इसके अलावा, उन्होंने इन आतंकवादी संगठनों को वित्तपोषित करने और हथियार देने के व्यापक प्रयास का नेतृत्व किया था.
इजरायली सेना ने शाहरियारी के अलावा कुद्स फोर्स के एक और कमांडर साईद इजादी को ईरान के कौम शहर में मार गिराने का दावा किया है. आईडीएफ का मानना है कि शाहरियारी और इजादी का खात्मा युद्ध के दौरान इजरायल के आसपास के आतंकवादी संगठनों को फिर से संगठित करने और मजबूत होने की क्षमता के लिए एक गंभीर झटका है.1979 के इस्लामिक क्रांति के बाद जब सुप्रीम लीडर खुमौनी ने इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) का गठन किया तो यह सिर्फ ईरान तक सीमित नहीं रहा. इसने ईरान से बाहर लेबनान, फिलीस्तीन, सीरिया, ईराक जैसे जगहों में अपने प्रॉक्सी तैयार करने के लिए एक अलग ब्रांच की स्थापना की, जिसे कुद्स फोर्स के नाम से जाना जाता है.