इजराइली डिफेंस फोर्स ने कल सोमवार को हिजबुल्लाह के 1600 टारगेट को निशाना बनाते हुए लेबनान में एयर स्ट्राइक की हैं। इनमें 10 हजार रॉकेट्स बर्बाद करने का दावा किया है। वहीं, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस हमले में अब तक 492 लोगों की मौत हुई है। इनमें 58 महिलाएं और 35 बच्चे हैं। 1,645 लोग घायल हैं।
2006 में इजराइल-लेबनान जंग के बाद लेबनान पर हुआ यह सबसे बड़ा हमला है। 2006 में महीने भर चली लड़ाई में लेबनान के 1000 लोग मारे गए थे। फिलहाल लेबनान में बुधवार, 25 सितंबर तक के लिए स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज” नाम दिया है। IDF का दावा है कि हिजबुल्लाह दक्षिणी लेबनान में घरों में मिसाइलें छुपाकर रखता है जिन्हें लगभग एक साल से इजराइल में दागा जा रहा है। वहीं, UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि वे नहीं चाहते लेबनान दूसरा गाजा बन जाए। दूसरी तरफ लेबनान से पलटवार की आशंकाओं के बीच इजराइल में एक हफ्ते की इमरजेंसी लगाई गई है। रक्षा मंत्री योव गलांट के कहने पर इमरजेंसी का फैसला लेने के लिए कैबिनेट के मंत्रियों ने फोन से वोटिंग की।
इजराइली हमले के बाद नेतन्याहू ने लेबनान के लोगों के लिए एक मैसेज जारी किया है। नेतन्याहू ने लोगों से कहा है कि वे उनके ऑपरेशन के बीच में न आएं। इजराइल की जंग हिजबुल्लाह से है।
इसराइली हमले की तीव्रता आप इसी बात से लगा सकते हैं की 1600 स्ट्राइक किए गए हैं।
और इसराइल यही रुकेगा, ऐसा लगता नहीं है कुछ बड़े की तैयारी है।
आम लोगों को चेतावनी दी गई है, हिज्बुल्लाह के लॉन्च साइट और हथियार डिपो से दूरी बनाएं, जहां भी वह हो इलाका छोड़ दें।
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