गाजा के अल नासेर अस्पताल में इजरायल की सैन्य कार्रवाई, IDF ने हमास के 35 लड़ाके मार गिराए

अंतरराष्ट्रीय

इजरायली सेना का गाजा के रफाह में मौजूद अल नासेर अस्पताल में सैन्य कार्रवाई जारी है. आईडीएफ का दावा है कि सर्च ऑपरेशन के दौरान अस्पताल से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किए गए हैं. टैंक हमले में हमास के 20 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. वहीं, इजरायली डिफेंस फोर्स ने जमीनी सेना के साथ समन्वय करके 15 से अधिक आतंकियों को हवाई हमले में मार गिराया. इजरायल के सैन्य कार्रवाई की वजह से नासेर अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल है. ऑक्सीजन ना मिलने से जहां चार मरीजों ने दम तोड़ दिया है, वहीं इजरायली गोलीबारी में कई लोगों की जान चली गई है. इजरायली फौज का दावा है कि हमास ने बंधकों को अस्पताल में ही छिपा कर रखा है. दूसरी तरफ गाजा में हमास से जंग लड़ रही इजरायल की सरकार के खिलाफ विरोध बढ़ता ही जा रही है. एक तरफ युद्ध खत्म करने को लेकर इजरायली की सरकार पर भारी अंतरराष्ट्रीय दबाब है, वहीं दूसरी ओर देश के अंदर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा. जंग की बढ़ती लागत और मारे जा रहे इजरायली सैनिकों को लेकर लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. शनिवार को एक बार फिर हजारों लोग तेल अवीव की सड़कों पर उतर आए और जंग तुरंत खत्म करने की मांग की है. बंधकों की रिहाई के लिए हमास से बातचीत की अपील की है. पोस्टर और बैनर के साथ सड़कों पर उतरे हजारों प्रदर्शनकारियों ने इजरायल में मौजूदा नेतन्याहू सरकार से इस्तीफे की भी मांग की है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमारी सरकार भरोसा खो चुकी है. इस सरकार को तुरंत बदला जाना चाहिए. इसके लिए या तो चुनाव कराया जाए या फिर नेतन्याहू की जगह किसी दूसरे को प्रधानमंत्री बनाया जाए. देश में ‘कंस्ट्रक्टिव नो कॉन्फिडेंस’ नामक कानून मौजूद है, जिसके जरिए प्रधान मंत्री को केवल चार दिनों के भीतर बदलना संभव है.” इजरायल में ये प्रदर्शन ऐसे सयम में हो रहे हैं जब गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध में अपने फैसलों को लेकर इजरायली की नेतन्याहू सरकार जांच के दायरे में है. तेल अवीव में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार के युद्ध नीति पर भी सवाल उठाए और पूछा कि 5 महीने से जारी जंग में दर्जनों सैनिकों की जान और अरबों डॉलर गंवाने के बाद क्या हासिल हुआ.