तिरुपति लड्डू विवाद: पूर्व CM जगन मोहन रेड्डी ने लड्डू विवाद के बीच तिरुपति मंदिर की यात्रा रद्द की

राष्ट्रीय

आंध्र प्रदेश के पूर्व CM जगन मोहन रेड्डी ने तिरुपति मंदिर का दौरा कैंसिल कर दिया। जगन रेड्डी ने कहा, पुलिस ने मंदिर यात्रा को लेकर राज्य भर के YSRCP नेताओं को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि हमें तिरुमाला मंदिर जाने की इजाजत नहीं है। राज्य में राक्षसों का राज जारी है। जगन कल यानी 28 सितंबर को तिरुपति के भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में विशेष अनुष्ठान करने वाले थे। आंध्र प्रदेश सरकार की बनाई हुई 9 सदस्यों वाली SIT ने तिरुपति के प्रसादम में एनिमल फैट पाए जाने के मामले की जांच शुरू कर दी है। SIT को गुंटूर रेंज के IG सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी लीड कर रहे हैं। लड्‌डू विवाद तब शुरू हुआ, जब CM चंद्रबाबू नायडू ने 18 सितंबर को यह आरोप लगाया कि YSR कांग्रेस सरकार में तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी वाला वनस्पति तेल और फिश ऑयल मिलाया गया था। जगन रेड्डी ने आगे कहा, ‘मेरी जाति को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। मैं घर पर बाइबिल पढ़ता हूं लेकिन हिंदू, इस्लाम और सिख धर्म का सम्मान करता हूं और उनका पालन करता हूं। संविधान के मुताबिक, अगर मुख्यमंत्री के बराबर के व्यक्ति को मंदिर में जाने की अनुमति नहीं है, तो मेरा सवाल है कि दलितों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता होगा।’

जगन के मंदिर जाने की खबर सामने आने के बाद TDP ने 26 सितंबर को कहा था कि जगन को एंट्री तभी मिलेगी, जब वे मंदिर के उस घोषणापत्र पर साइन करेंगे, जिसमें लिखा हो कि उन्हें भगवान बालाजी पर विश्वास है। पार्टी का आरोप है कि इतने साल से वे साइन किए बिना ही मंदिर में गए हैं। हिंदुओं के अलावा बाकी धर्मों के लोग जो भगवान बालाजी के दर्शन करना चाहते हैं, उनके लिए तिरुपति मंदिर में घोषणापत्र पर साइन करने की एक प्रथा है। एपी राजस्व बंदोबस्ती-1 के तहत गैर हिंदुओं को दर्शन से पहले वैकुंठम परिसर में यह घोषणा करनी होती है।