जापान का मिलिट्री हेलिकॉप्टर लापता, चीन और नॉर्थ कोरिया पर शक

अंतरराष्ट्रीय

जापान आर्मी का एक मिलिट्री हेलिकॉप्टर गुरुवार को लापता हो गया। इस पर 10 लोग सवार थे। हेलिकॉप्टर की खोज के लिए बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक- यह चॉपर एक ट्रेनिंग ड्रिल पर था। इसी दौरान मियाको आईलैंड पर यह अचानक रडार से गायब हो गया। यह इलाका ताइवान के काफी करीब है और यहां चीन के फाइटर जेट्स अक्सर उड़ान भरते हैं।

हेलिकॉप्टर की तलाश जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- यह UH60 हेलिकॉप्टर था। आमतौर पर इसे ब्लैक हॉक चॉपर कहा जाता है। इसे अमेरिका से खरीदा गया था। अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि इसमें कुल कितने लोग सवार थे। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इसमें 10 लोग थे। 8 सैनिकों के अलावा 2 पायलट बताए गए हैं। इस हेलिकॉप्टर पर एक आर्मी कमांडर भी मौजूद थे।

जापान के प्रधानमंत्री फुमिया किशिदा ने कहा- हमारी नेवी और कोस्ट गार्ड लापता हेलिकॉफ्टर की मिशन मोड पर तलाश कर रहे हैं। पहली कोशिश है कि किसी तरह इस पर सवार सभी सैनिकों को हर कीमत पर बचाया जाए। बाकी मामलों पर चर्चा बाद में भी की जा सकती थी। इस चॉपर ने मायोकोजिमा एयरबेस से उड़ान भरी थी। करीब 13 मिनट बाद इसका कम्युनिकेशन टूट गया। चंद मिनट बाद ही यह रडार से भी गायब हो गया। फिलहाल, इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी जा सकती।

भारतीय समय के मुताबिक, यह हेलिकॉप्टर दोपहर करीब 3.10 बजे मायको आईलैंड पर लगे रडार से ओझल हुआ। कोस्ट गार्ड और नेवी की टीमें इसकी तलाश में जुटी हैं। इस इलाके में हेलिकॉप्टर लापता होने की यह पहली घटना है।

चीन और नॉर्थ कोरिया पर शक

यह इलाका ताइवान से काफी करीब है। पिछले दिनों चीन के फाइटर जेट्स ने यहां उड़ान भरी थी। इसके अलावा नॉर्थ कोरिया ने जो मिसाइल टेस्ट किया था, उसकी एक मिसाइल इसी समुद्र में गिरी थी। सूत्रों के मुताबिक- यह नॉर्थ कोरिया और चीन की फायरिंग रेंज वाला विवादित इलाका है। लिहाजा, किसी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता।
जापान और साउथ कोरिया में इस क्षेत्र को पीला सागर भी कहा जाता है। यहां से कुछ दूरी पर कोरियाई द्वीप और फिर चीन की सीमा है। कुछ दिन पहले नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन ने कहा था कि नॉर्थ कोरिया जो भी मिसाइल टेस्टिंग कर रहा है, वो इस समुद्री सीमा में गिर सकती हैं। फरवरी में ऐसा हुआ भी था।
जापान के इस इलाके में अमेरिकी नेवी के कुछ सैनिक मौजूद हैं। फिलहाल, अमेरिका ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है।