जोशीमठ के पास बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले तीन दिनों से बंद पड़ा हुआ है. यहां पर मार्ग बंद हुए 48 घंटे हो चुके हैं, लेकिन अभी भी मार्ग खुलने की कोई संभावना नहीं दिख रही है. लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते पहाड़ी चटक रही है और बार-बार यहां पहाड़ी से पत्थर टूट कर सड़क मार्ग पर गिर रहे हैं. हालांकि सुबह यहां पर पैदल आवाजाही सुचारु कर दी गई थी, लेकिन फिर से पहाड़ी के टुकड़े-टुकड़े टूट कर नीचे आ रहे हैं जैसे ही भूस्खलन हुआ. वैसे ही यहां मौजूद मशीन पूरी तरह से दब गई और दो लोगों को चोट लग गई. सुबह पैदल आवाजाही के बाद मार्ग को हल्का पैदल आवाजाही के लिए खोल दिया गया था. लेकिन उसके बाद यहां भारी मात्रा में मालबा एक बार फिर से इकट्ठा हो गया हाईवे पर काम में लगी एक मशीन भी मलबे में दब गई. वहीं दो लोग घायल हो चुके हैं. गनीमत यह रही कि यहां मौजूद लोगों को ज्यादा चोट नहीं आई. कल बद्रीनाथ विधानसभा में उपचुनाव संपन्न हुए और आज सुबह से पोलिंग पार्टियों की पैदल आवाजही के लिए मार्ग को खोला गया. तब जाकर 32 पोलिंग पार्टियों को उस रास्ते से पार कराया गया, हालांकि सुबह की 32 टीमों को आसानी से रास्ता पार कराने के बाद उस तरफ भेज दिया गया. शेष बची 8 टीमों में यहां 4 टीमों के लोगों को दौड़-भागकर जान पर खेलकर पैदल रास्ता पार करना पड़ा. क्योंकि सुबह वाली टीम जब गई तब मार्ग ठीक था, लेकिन बाद की टीम जाने के समय यहां भूस्खलन हो गया था. 4 पोलिंग पार्टियों ने इस रास्ते को पार किया. वहीं शेष बची 4 पोलिंग पार्टियों को अब हेलीकॉप्टर के माध्यम से गोपेश्वर भेजा जाएगा.
जैसे ही सूचना मिली की पैदल आवाजाही सड़क मार्ग से होने लगी है वैसे ही मार्ग पर फंसे सिख श्रद्धालु अपनी अपनी बाइकों के साथ यहां पहुंचे और हंगामा करते रहुए अपनी बाइकों को इस रास्ते से जबरदस्ती धक्का मुक्की कर पार करने लगे, गनीमत रही उस दौरान कोई पत्थर पहाड़ी से चटक कर नहीं गिरा. वरना कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था. बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और शांति बनाए रखी. जोशीमठ से लेकर मार्ग बंद होने तक की जगह पर इस समय यात्रियों का तांता दिखाई दे रहा है. हर कोई यहां फंसा हुआ है. हालांकि, कुछ यात्री सुबह पैदल ही उस तरफ से इस तरफ आए थे. वहीं जोशीमठ के उस तरफ से 5 किलोमीटर पैदल चलने के बाद यात्री जोशीमठ पहुंच रहे हैं. उस मार्ग पर भी यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.