रायपुर के पूर्व MIC सदस्य अजीत कुकरेजा समेत 18 नेताओं की कांग्रेस में घर वापसी हो चुकी है, लेकिन इस फैसले का विरोध हो रहा है। रायपुर उत्तर से पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। मंगलवार को नगरीय निकाय चुनाव के लिए पोटिंग खत्म होते ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अनुशासनहीनता के चलते पार्टी से निकाले गए डेढ़ दर्जन कांग्रेसियों का निष्कासन रद्द करने का आदेश जारी कर दिया। जिनका निष्कासन रद्द किया गयार उनमें रायपुर उत्तर क्षेत्र से नगर निगम के पूर्व एमआईसी मेंबर अजीत कुकरेजा का नाम भी शामिल है। बस इसी नाम को लेकर पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने नाराजगी जताई है।
अजीत कुकरेजा की पार्टी में वापसी पर बवाल मच गया है। पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने कुकरेजा की वापसी पर नाराजगी जताई है। जुनेजा ने कहा है कि, पैसा खुदा तो नहीं, पर खुदा की कसम खुदा से कम भी नहीं। उन्होंने कहा कि, जो पैसे लेकर टिकट और पार्टी में आने की बात कहते थे वे वापस कैसे आ गए। मैंने कहा था, जो लोग पैसे लेकर टिकट देते हैं उसकी जांच हो। जुनेजा ने कहा कि, मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि, पैसा खुदा से कम नहीं। कांग्रेस में वापसी के बाद अजीत कुकरेजा ने कहा है कि, हम लगातार टिकट मांग रहे थे, नहीं मिली तो चुनाव लड़ना पड़ा। मैं हमेशा विचारधारा से बंधा रहा हूं, फिर कांग्रेस में वापसी हुई है। मेरी पार्टी में क्या भूमिका होगी यह वरिष्ठ नेता तय करेंगे। उन्होंने कहा कि, मैंने लोकसभा, निकाय चुनाव में भी पार्टी के पक्ष में काम किया। वहीं पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के आरोपों पर अजीत कुकरेजा ने कहा कि, मेरे खिलाफ उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए बार-बार वे पैसे लेकर टिकट खरीदने की बात कहते हैं।