सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस उदय उमेश ललित ने देश के 49 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें सीजेआई पद की शपथ दिलाई. आज से ही जस्टिस यूयू ललित का 74 दिनों का कार्यकाल शुरू हो जाएगा. शपथग्रहण के बाद जस्टिस ललित ने अपने पिता जस्टिस उमेश रंगनाथ ललित के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
जस्टिस ललित ने शपथ ग्रहण से एक दिन पहले निवर्तमान सीजेआई एनवी रमणा के विदाई समारोह में अपने कार्यकाल का विजन रखा और बताया कि वे किन तीन मसलों पर पूरी तरह फोकस रखेंगे. इसमें मुकदमों को शीघ्र सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी और व्यावहारिक बनाया जाएगा.
अर्जेंट सुनवाई योग्य मुकदमों की मेंशनिंग की व्यवस्था सुचारू की जाएगी ताकि समुचित पीठ के सामने तुरंत मामला मेंशन किया जा सके. इस बाबत अर्जेंसी तय करने की भी प्रक्रिया स्क्रीनिंग का भी सिस्टम बनेगा. इसके अलावा संविधान की व्याख्या से जुड़े मामले बड़ी संख्या में लम्बित हैं. ऐसे में 5 या इससे ज्यादा संख्या में जजों की संविधान पीठ का गठन किया जाएगा. ये सुनिश्चित किया जाएगा कि कम से कम एक संविधान पीठ पूरे साल संविधान से जुड़े मुकदमे सुनती रहे.
74 दिन का होगा कार्यकाल
यूयू ललित का कार्यकाल कुल 74 दिन (8 नवंबर 2022 तक) का होगा. इससे पहले नामित सीजेआई ने शुक्रवार को निवर्तमान सीजेआई एनवी रमणा के विदाई समारोह में अपने कार्यकाल का विजन रखा और बताया कि वे किन तीन मसलों पर पूरी तरह फोकस रखेंगे.
कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे जस्टिस ललित
सीजेआई के रूप में जस्टिस ललित उस कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे, जिसमें जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस कौल, जस्टिस नजीर और जस्टिस इंदिरा बनर्जी भी शामिल होंगी. हालांकि हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति के लिए जस्टिस ललित के साथ जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस संजय किशन कौल होंगे. जस्टिस बनर्जी के 23 सितंबर को रिटायर होने के साथ ही जस्टिस केएम जोसेफ कॉलेजियम के सदस्य के तौर पर प्रवेश करेंगे. जस्टिस ललित 74 दिन बाद 8 नवंबर को सीजेआई के पद से सेवानिवृत्त होंगे. इसके बाद जस्टिस चंद्रचूड़ 50वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त होंगे. उनका कार्यकाल पूरे दो वर्ष का होगा.
जस्टिस रमणा के कार्यों की तारीफ की
सीजेआई एनवी रमणा के विदाई समारोह में जस्टिस यूयू ललित ने उनकी तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि एनवी रमणा ने अपने 16 महीने के कार्यकाल में कई अनूठे रिकॉर्ड बनाए हैं. उन्होंने कहा कि जजों की नियुक्ति का जो तरीका जस्टिस रमणा ने तैयार किया है वो आगे राह दिखाएगा.
जस्टिस रमणा के चीफ जस्टिस के तौर पर अंतिम कार्य दिवस पर हुए विदाई समारोह में भावी चीफ जस्टिस ललित ने जस्टिस रमना की कार्यकुशलता की तारीफ की और कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और राज्यों के सीएम की कॉन्फ्रेंस में जिन मुद्दों और जिस दक्षता के साथ आयोजित की, वो बेजोड़ है. जस्टिस ललित ने कहा कि जस्टिस रमणा ने अदालतों के बुनियादी ढांचे की मजबूती का ध्यान रखा और उसमें विकास कार्य की शुरुआत की. मैं अपने 74 दिनों के कार्यकाल में जस्टिस रमना से क्यू लेकर आगे बढ़ाऊंगा. इनकी तरह ही साफ और पारदर्शी नजरिया रहेगा.