रायपुर पहुंचे संत कालीचरण ने एक बार फिर अपने बयानों से चर्चा में आ गए हैं। संत कालीचरण ने एक कार्यक्रम के दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर देश भर में हो रही राजनीति पर कांग्रेस पर तंज कसा है। साथ ही नाथूराम गोडसे का समर्थन करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की है। कालीचरण ने शंकराचार्य पर बयान बाजी करते हुए उनसे अहंकार छोड़ने की अपील की है।
रायपुर में कालीचरण महाराज ने बयान देते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर तंज कसा है। कांग्रेस पार्टी के द्वारा अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को ठुकराने पर कहा कि कांग्रेस राक्षसी प्रवृत्ति की है। हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ाते हुए कालीचरण महाराज ने कहा कि जो राम का विरोध करते हैं वह कहां से मंदिर आएंगे। उन्होंने कहा कि यह लोग भगवान के पास नहीं जा सकते क्योंकि भगवान राम के पास हनुमान है। इसलिए वहां भूत पिशाच नहीं जाएंगे। कालीचरण ने कहा कि भगवान अखंड है वह कैसे खंडित हो सकते हैं। इसके साथ ही कहा कि हमारे देश के राजा हिंदूवादी है इसलिए आज देश में 370 खत्म हो गया, राम मंदिर बन गया, हम आज मथुरा और काशी की बात कर पा रहे हैं। साथ ही कालीचरण ने कहा कि जैसा राजा होगा, वैसी ही प्रजा होगी। आज देश का राजा सख़्त है इसलिए अपराधी खौफ में और प्रजा सुख में जी रही है।
राजीव गांधी और राम मंदिर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राजीव गांधी ने ताला खुलवाया था, तो मंदिर क्यों नहीं बनवा सके। कालीचरण ने कहा कि अगर जल्दी न्याय चाहिए तो राजा को दबाव बनाने की जरुरत है। अगर जल्दी मंदिर चाहिए था तो राजीव गांधी ने क्यों मंदिर बनाने के लिए प्रेशर नहीं डाला। कालीचरण ने कहा कि भगवान भी अहंकार के सामने नहीं टिक सके। जो भी संन्यासी है वह भी आज ईगो में जाकर अटक जाता है। हर छोटी बातों पर समय समय पर विघ्न आते रहते हैं।
फिर नाथूराम गोडसे का जिक्र कालीचरण महाराज ने किया है। रायपुर में प्रेस वार्ता के दौरान बात करते हुए नाथूराम गोडसे को शत-शत नमन करते हुए कालीचरण ने कहा कि रायपुर में 20 जनवरी को बाइक रैली निकाली जाएगी। बाइक रैली निकालने के उद्देश्य को लेकर कालीचरण ने साफ नही किया है। जिसके बाद अब 20 जनवरी को रायपुर में निकल जाने वाली बाइक रैली पर भी सवाल खड़ा हो गया है कि क्या यह रैली नाथूराम गोडसे के समर्थन में निकाली जाएगी या फिर अन्य किसी धार्मिक मुद्दे के समर्थन में निकलेगी।