कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक नेशनल कनवेंशन के आखिरी दिन शिकागो में कल गुरुवार को अपनी उम्मीदवारी को आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया। अपने भाषण में उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी उम्मीदवारी बहुत अजीबोगरीब हालात में हुई। हालांकि, उन्होंने ये भरोसा दिलाने की कोशिश की वह ट्रम्प के मुकाबले बेहतर उम्मीदवार हैं।
कमला ने उम्मीदवारी स्वीकार करते हुए अपना विजन भी बताया। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी जनता देश को आगे ले जाने के लिए मुझ पर यकीन कर सकती है। मैं देश को जोड़ने वाली राष्ट्रपति बनूंगी। एक ऐसी राष्ट्रपति जो पढ़ और सुन सकती है। एक ऐसी राष्ट्रपति जिसके पास कॉमन सेंस होगा।’ कमला ने कहा, ‘इस चुनाव के साथ हमारे पास पुरानी कड़वाहट, निराशा और विभाजनकारी लड़ाइयों से आगे बढ़ने का एक मौका है। उन सभी लोगों की ओर से जिनकी कहानी केवल विश्व के सबसे महान देश में ही लिखी जा सकती है, मैं अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए आपके नामांकन को स्वीकार करती हूं।’ कमला ने भाषण की शुरुआत अपने पति डग एम्हॉफ को शादी की 10वीं सालगिरह की शुभकामनाओं के साथ की। इसके बाद उन्होंने अपनी भारतीय मां का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा,”मेरी माँ 19 साल की थीं जब वे अकेले भारत से कैलिफोर्निया आई थी। उन्होंने हमें सिखाया कि अन्याय के बारे में शिकायत न करें बल्कि इसके लिए कुछ करें।” मेरी मां ने मुझे सिखाया कि किसी को भी यह मत बताने दो कि तुम कौन हो,बल्कि उन्हें दिखाओ कि तुम कौन हो।” कमला ने अपने भाषण के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प पर निशाना साधा। उन्होंने ट्रम्प को एक लापरवाह शख्स बताया। कमला ने कहा कि ट्रम्प को व्हाइट हाउस में वापस लाने के परिणाम बेहद गंभीर होंगे। ट्रम्प ने 2020 चुनाव के परिणामों को बदलने की कोशिश की, उन्होंने हिंसा करवाई। उन पर धोखाधड़ी और यौन शोषण के आरोप हैं। उनके इरादे लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने के हैं।
हैरिस के बयान के बाद विरोधी उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने बीते साढ़े तीन सालों में बातें बनाने के अलावा कुछ और नहीं किया है। वह अभी भी यही कर रही हैं। वह हर चीज को लेकर शिकायत करती हैं, लेकिन कुछ करती नहीं हैं। उन्हें भाषणबाजी छोड़कर देश की सीमाओं को ब्लॉक करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कमला को कॉमरेड कमला कहा।