हिमाचल में कनिष्ठ अभियंता खड्ड में बहा… लापता, पेयजल योजना बहाल करते वक्त हादसा

राष्ट्रीय

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता (JE) राजेश चौधरी बनैर खड्ड के तेज बहाव में बह गए। अब तक उनका सुराग नहीं लग पाया। राजेश चौधरी दौलतपुर जलाड़ी पेयजल योजना की मरम्मत करते वक्त खड्ड में बहें। वहीं DC मंडी ने जिलाभर के सभी शिक्षण संस्थानों में 25 अगस्त तक छुट्टियां घोषित कर दी है।

प्रदेशभर में सड़कों की हालत को देखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। प्रदेश में बीते दो दिनों के दौरान भारी बारिश ने खूब तबाही मचाई है। इससे एक बच्चे सहित 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 7 लोग लापता हैं। इस दौरान 25 मकान जमींदोंज और 108 को नुकसान पहुंचा है। अकेले शिमला शहर में 25 से ज्यादा घर असुरक्षित हो गए। इस वजह से 55 से ज्यादा परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है।

प्रदेशभर में भारी बारिश के बाद जगह-जगह लैंडस्लाइड होने और जमीन धंसने से 4 नेशनल हाईवे समेत 800 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए फिर बंद हो गईं। शिमला-चंडीगढ़, मनाली-चंडीगढ़, मंडी-पठानकोट और जालंधर-मंडी फोरलेन 2 दिन से बंद है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

1250 बस रूट ठप, आवाजाही बंद

प्रदेशभर में सड़कें बंद होने से 1250 से ज्यादा रूटों की बस सेवाएं ठप हैं। शिमला और मंडी जिले में सबसे ज्यादा तबाही मची है। सड़कें अवरुद्ध होने से दैनिक उपभोग की खाद्य वस्तुओं दूध, दही, ब्रेड, मक्खन व सब्जियों इत्यादि की सप्लाई आज दूसरे दिन भी शिमला, मंडी, किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले के अधिकांश क्षेत्रों में नहीं पहुंच पाई।

आज भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी भारी बारिश का अलर् दे रखा था। राहत की बात यह रही कि आज ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई। वहीं कल के लिए बारिश का यलो अलर्ट दिया गया है। परसों से मानसून के कमजोर पड़ने के आसार हैं।

CM ने की सावधानी बरतने की अपील

मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने आज के ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए जनता से सावधानी बरतने, लैंडस्लाइड संभावित और उफनते हुए नदी नालों के पास नहीं जाने की एडवाइजरी दी है। उन्होंने बेहद जरूरी काम होने पर ही लोगों से घरों से बाहर निकलने की अपील की है।

इन लोगों की हुई मौत

शिमला के जुन्गा में 5 साल के मासूम बच्चे की लेंटर गिरने से मौत हो गई। शिमला के ही बल्देयां में छत्तीसगढ़ के दंपती की जान चली गई। मंडी में नाना-दोहती, ताई-भतीजी समेत 8 की जान मौत हुई। मंडी के कुकुलाह में स्कूल भवन और खोलनाला में 45 बकरियां और 25 लोगों के पालतू पशु बाढ़ में बह गए।