सस्पेंशन से आहत होकर के. कविता ने पिता की पार्टी BRS छोड़ी, MLC पद से दिया इस्तीफा

BRS से निलंबित किया जाने के एक दिन बाद K कविता ने बुधवार को एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है. अपने इस्तीफे के साथ कविता ने अपने पिता और बीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के खिलाफ साजिशों का आरोप लगाते हुए परिवार और पार्टी के अंदर की सियासी खींचतान को उजागर किया है. इस्तीफे के बाद कविता ने मीडिया से बातचीत में कई सनसनीखेज दावे किए जो पार्टी में गहरे मतभेदों को दर्शाते हैं. इस्तीफे के बाद कविता ने कहा, मेरा पिता मेरी प्रेरणा हैं, मैं उनके हाथ पकड़कर बड़ी हुई हूं. स्वतंत्र भारत के 79 सालों में उन्होंने दलितों के लिए तीन एकड़ जमीन और पिछड़े वर्गों (बीसी) के लिए न्याय का वादा किया जो सामाजिक तेलंगाना की विचारधारा के अनुरूप है. ‘बांगारु तेलंगाना’ का मतलब समाज के सभी वर्गों के कल्याण से है, लेकिन मेरे खिलाफ साजिश रची गई और झूठी प्रचार-प्रसार अभियान चलाया गया.’

उन्होंने बताया कि उन्होंने पार्टी कार्यालय से फैली साजिशों और झूठे प्रचार के खिलाफ कार्यकर्ता रामन्ना से गुहार लगाई थी, लेकिन अपने भाई और कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव (केटीआर) की ओर से कोई जवाब ना मिलने पर उन्हें स्थिति समझ में आई. कविता ने अपनी निलंबन के बाद पांच महिला नेताओं के एकत्र होने और चर्चा करने खुशी जताया और कहा कि महिलाओं को आगे आकर नेतृत्व करना चाहिए, लेकिन जो लोग पार्टी का इस्तेमाल स्वार्थ और अपने फायदे के लिए करना चाहते हैं. वही हमारे परिवार को बांटने की साजिश रच रहे हैं.

उन्होंने अपने पिता से केसीआर से अपील करते हुए कहा कि वह इन षड्यंत्रों की बलि ना चढ़ें. कविता ने अपने चचेरे भाई हरिश राव और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘क्या ये सच नहीं कि जब दोनों हैदराबाद से दिल्ली गए और हरिश राव ने रेवंत रेड्डी के पैर छुए, तब मेरे खिलाफ साजिशों की गई? दोनों को इसका जवाब देना होगा.’ उन्होंने हरिश राव पर कालेश्वर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि वह समस्या का समाधान करने वाले नहीं, बल्कि डबल शूटर हैं. हरीश राव के पास इतना पैसा कहां से आया? क्या उन्होंने विधायकों को ख़रीदकर अपने कब्ज़े में रखने की रणनीति नहीं बनाई थी? क्या 2009 में उन्होंने रमन्ना को गिराने के लिए 60 लाख रुपये नहीं भेजे थे? क्या ये सच नहीं है कि उन्होंने केसीआर के परिवार को कमज़ोर और विभाजित करने की साज़िश रची थी?. कविता ने अपने पिता और भाई के सचेत करते हुए कहा, संतोष और हरीश ऐसे लोग हैं जो आपका नुकसान चाहते हैं. अगर आप उन्हें दरकिनार कर देंगे, तभी पार्टी बच पाएगी. हरीश ने ही एटाला, म्यानमपल्ली और विजयशांति जैसे नेताओं को बाहर निकालने की साज़िश रची थी.

उन्होंने अपने चचेरे भाई संतोष पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संतोष के लालच की कोई सीमा नहीं है. सिरिसिला में जब एक रेत ट्रक दुर्घटना हुई तो सात नौजवानों को थर्ड-डिग्री की क्रूर यातनाएं दी गईं. संतोष के पापों का परिणाम रामन्ना को भुगतना पड़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि संतोष ने हरिता हरम और ग्रीन चैलेंज जैसे कार्यक्रमों को अपनी छवि बनाने के लिए इस्तेमाल किया है और मशहूर हस्तियों को गुमराह किया है.

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