अंधविश्वास में एक माँ ने अपने ही दुधमुही बच्ची की कर दी हत्या..

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झारखंड : रांची से 170 किलोमीटर दूर पलामू में अंधविश्वास में पड़ी एक मां ने अपनी डेढ़ साल की बेटी की बलि दे दी. हुसैनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत खरारपर गांव की इस घटना ने पूरे जिले को हिला दिया. स्थानीय लोगों ने बताया, आरोपी महिला तांत्रिक सिद्धि प्राप्त करना चाहती थी. इस वजह से उसने ‘खूनी खेल’ खेला. बच्ची के शव की भी दुर्गति कर दी. अब तो उसके ससुराल वाले भी दहशत में हैं. सास कौशल्या देवी ने बताया, उनकी बहू गीता देवी 12 नवंबर तक बिलकुल ठीक थी. घर में अच्छे से थी. सुबह 11 बजे वह खेत में काम करने गईं, जिसके बाद गीता अपनी बेटी परी के साथ कहीं चली गई. देर रात तक उसका पता नहीं चला. रात 2 बजे गीता बिना कपड़े के घर वापस पहुंची. उसको देखकर पूरा गांव डर गया. परी के बारे में पूछे जाने पर गीता ने कई तरह की बातें बनाईं. कभी कहती 200 रुपये में बेच दिया तो कभी कहती कोई बाबा ले गया. जब लोगों ने सख्ती की तो बताया कि जंगल में उसको गाड़ दिया है जब गीता उनको मौके पर ले गई. सभी सिकनी बरवाढोंड़ा तक गए, जहां कीचड़ में परी का शव बरामद हुआ. शव देखने पर पता चला कि उसका कलेजा गायब था. ये देखते ही सास कौशल्या बेहोश हो गई. कौशल्या का आरोप है कि बहू ही परी का कलेजा निकालकर खा गई. सास का कहना है कि अब पूरा परिवार डरा है

पति अरुण राम ने बताया, 10 नवंबर को वह बहन को गाजियाबाद पहुंचाने गए थे. 12 नवंबर को पत्नी गीता खाते से 200 रुपये निकाली. इसके बाद हम मां को फोन करके पूछे तो मां ने कहा कि बहू घर पर नहीं है. रात 2 बजे अचानक रिश्तेदार मनोज का फोन आया, कहा कि मेरी पत्नी बिना कपड़े के उसके घर पहुंची है. तब हम मां को फोन किए. मां कपड़े पहनाकर उसको घर ले आई. सुबह पता चला कि गीता ने परी को मार डाला. अब तो हमें भी डर लगने लगा है. वह मुझे भी मार सकती है, इसलिए हम उसके साथ नहीं रहना चाहते.