किरण पटेल ने अहमदाबाद में भी PMO ऑफिसर बन बंगला हड़पने की कोशिश की, केस दर्ज

राष्ट्रीय

जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किए गए PMO का एक शीर्ष अधिकारी बताने वाले ठग किरण पटेल के खिलाफ अहमदाबाद पुलिस ने अब एक वरिष्ठ नागरिक के बंगले पर कब्जा करने की कोशिश करने के आरोप में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है. पुलिस उपायुक्त (अपराध) चैतन्य मांडलिक ने बताया कि नई एफआईआर में उस पर आरोप है कि पटेल ने “पीएमओ में प्रथम श्रेणी के अधिकारी” होने और राजनेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध होने के झूठे दावों के माध्यम से अपने मालिक का विश्वास जीतकर अहमदाबाद के एक रिहायशी इलाके में एक बंगले को हड़पने की कोशिश की.

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अहमदाबाद शहर की अपराध शाखा ने कथित ठग के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 120-बी (आपराधिक साजिश) और 170 (एक लोक सेवक के रूप खुद को पेश करना) का मामला दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि पटेल की पत्नी मालिनी पटेल का नाम प्राथमिकी में सह-आरोपी के रूप में दर्ज किया गया है.

चैतन्य मांडलिक ने कहा, “हमारी जानकारी के मुताबिक किरण पटेल के खिलाफ पहले भी गुजरात के कई थानों में धोखाधड़ी से जुड़े चार मामले दर्ज हो चुके हैं. अभी वह न्यायिक हिरासत में हैं, इसलिए हम उसे ट्रांसफर वारंट के जरिये यहां लाने की कोशिश करेंगे.”

अधिकारी ने बताया कि शहर के घोडासर में रहने वाले पटेल को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में श्रीनगर के एक पांच सितारा होटल से तब गिरफ्तार किया था, जब अधिकारियों को उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ था.

रिनोवेशन के बहाने बंगले पर किया था कब्जा

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक नई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि पटेल ने एक मकान मालिक से खुद को पीएमओ का क्लास-1 ऑफिसर बताकर और राजनेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध होने के झूठे दावे कर अहमदाबाद के एक पॉश इलाके में उसके बंगले को हड़पने की कोशिश की.

शिकायतकर्ता 63 वर्षीय जगदीश चावड़ा शिलाज इलाके में एक बंगले के मालिक हैं, लेकिन निजी कारणों से वह इसे बेचना चाहते थे. फरवरी 2022 को पटेल ने चावड़ा से संपर्क किया और एक रियल एस्टेट एजेंट होने का दावा किया. उसने ओनर से कहा कि अगर उसकी संपत्ति का रिनोवेशन किया गया तो उसकी अच्छी कीमत मिलेगी. एफआईआर में कहा गया कि जब चावड़ा बंगले की मरम्मत के लिए राजी हुए तो पटेल, उसकी पत्नी मालिनी और एक इंटीरियर डिजाइनर ने काम शुरू किया और उनसे किश्तों में 35 लाख रुपये ले लिए.

गृह प्रवेश किया, नेम प्लेट तक लगा ली

बंगले की मरम्मत शुरू होने के कारण चावड़ा शेला इलाके में अपने दोस्त के घर रहने चला गया. कुछ समय बाद चावड़ा को पता चला कि पटेल और उनकी पत्नी ने बंगले के बाहर अपनी नेम प्लेट लगा रखी है. उन लोगों ने गृह प्रवेश भी कर लिया था. जब इसका विरोध किया गया तो पटेल दंपत्ति मरम्मत का काम पूरा किए बिना ही बंगले से चले गए. इसके बाद चावड़ा और उनका परिवार घर में लौट आया. अगस्त 2022 में चावड़ा को एक अदालती नोटिस के जरिए पता चला कि पटेल ने संपत्ति के स्वामित्व का दावा करते हुए एक दीवानी मुकदमा दायर किया था.