छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन प्रश्नकाल के दौरान रेडी-टू-ईट फूड, आदिवासियों के रीति-रिवाजों के संरक्षण, गौठान का मामला उठा। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने गौठान से संबंधित गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। उनके मुताबिक अधूरे गौठनों की स्थिति को छुपाने की कोशिश की जा रही है। जवाब में मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि जानकार बिल्कुल सही दी गई है। कोई गड़बड़ी नहीं है।
प्रश्नकाल में क्या हुआ, किसने क्या कहा पढ़िए
नेता प्रतिपक्ष का सवाल
गौठान से संबंधित गलत जानकारी दी गई। अधूरे गौठनों की स्थिति को छुपाने की कोशिश की जा रही है।
ताम्रध्वज साहू का जवाब
जानकारी बिल्कुल सही दी गई है। कोई गड़बड़ी नहीं है। प्रदेश में 10, 336 गौठान स्वीकृत, इसमें 10, 240 गौठान बन गए हैं, 84 गौठान नहीं बने हैं। 2 जनवरी 2019 से 30 जून 2023 तक कुल 1,23,19,845.64 क्विंटल गोबर सरकार ने खरीदा है, जिसकी राशि 24, 639.69 लाख भुगतान किया गया। 2 सौ 91 करोड़ से ज्यादा का गोबर बेचा गया है। इसमें नुकसान नहीं बल्कि फायदा हुआ है।
विधायक सौरभ सिंह का सवाल
करीब 246 करोड़ का गोबर खरीदा गया है, 17 करोड़ का सरकार की ओर से बेचा गया है, फिर 229 करोड़ का गोबर कहां गया? ये 229 करोड़ रुपये कहां गए मंत्री ये बताएं? ये चारा घोटाला से बड़ा भी गोबर घोटाला है। सौरभ सिंह ने कहा कि उनके क्षेत्र में 5 लाख रू. की गोबर खरीदी एक ही परिवार की तीन महिलाओं से की गई है जबकि उनके घर गाय ही नहीं है।
ताम्रध्वज साहू ने कहा- हमने सभी जानकारी दे दी है।
मरकाम ने दी आदिवासी संस्कृति से जुड़ी जानकारी
कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने देवगुड़ी और घोटूल निर्माण उनके संरक्षण संवर्धन का मुद्दा, पूछा आदिवासी संस्कृति,लोक कलाये, रीति रिवाजों के संरक्षण संवर्धन के लिए क्या प्रयास किए गए। देवगुड़ी के कितने निर्माण हुए।
आदिम जाति विकास मंत्री मोहन मरकाम ने जवाब देते हुए कहा कि पूर्व की सरकार ने 12 साल में 38 करोड़ खर्च किए थे। लेकिन हमारी सरकार ने देवगुड़ी निर्माण ने 82 करोड़ 96 लाख खर्च की। मंत्री मरकाम ने कहा हमारी सरकार आदिवासी संस्कृति के संवर्धन संरक्षण के लिए लगातार काम कर रही है। अच्छा उत्तर देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने मोहन मरकाम को बधाई दी।