राजस्थान के बाड़मेर में दो दिन पहले क्रैश हुए मिग-21 लड़ाकू विमान में शहीद हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल का पार्थिव शरीर जम्मू में आरएस पोरा में अपने पैतृक गांव पहुंचा. थोड़ी देर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जैसे ही अद्वितीय बल का पार्थिव शरीर उनके घर पर पहुंचा, वैसे ही परिजन बिलख उठे.
शहीद अद्वितीय बल को श्रद्धांजलि देने के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं. आसपास के गांव के लोग भी हाथों में तिरंगा लेकर उनके घर पर पहुंच गए हैं. इस दौरान लोगों ने अद्वितीय बल अमर रहे के नारे लगाए.
#BREAKING | जम्मू-कश्मीरः 28 जुलाई को राजस्थान के बाड़मेर में मिग -21 लड़ाकू विमान दुर्घटना में वीर गति को प्राप्त हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल का पार्थिव शरीर जम्मू में उनके पैतृक गांव पहुंचा, अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब
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— Republic Bharat – रिपब्लिक भारत (@Republic_Bharat) July 30, 2022
अद्वितीय बल के परिजनों ने कहा था कि बचपन से अद्वितीय का सपना भारत मां की सेवा करना था. उनकी उम्र महज 26 साल थी. उनका सपना 2014 में पूरा हुआ. उन्होंने NDA की परीक्षा क्लियर की थी.
बाड़मेर में मिग-21 क्रैश में शहीद अद्वितीय बल का पार्थिव शरीर जैसे ही आरएस पोरा पहुंचा, तो लोगों की आंखें नम हो गईं. सभी लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे थे.
राजस्थान के बाड़मेर में दो दिन पहले गुरुवार को भारतीय एयरफोर्स का मिग-21 ट्रैनिंग एयरक्रॉफ्ट क्रैश हो गया था. इस हादसे में एयरफोर्स के 2 पायलट शहीद हो गए थे. हादसे में विंग कमांडर एम राणा और फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल (Advitiya Bal) शहीद हुए थे. विंग कमांडर एम राणा हिमाचल के मंडी के रहने वाले थे. जबकि फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल जम्मू के रहने वाले थे.