आज लता मंगेशकर की 95वीं बर्थ एनिवर्सरी…. पिता के डर से चोरी छिपे रियाज करती थी

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लता मंगेशकर की 28 सितंबर को 95वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 6 फरवरी, 2022 को उनका निधन हो गया था। लता भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज आज भी अमर है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए लता की जिंदगी कई उतार-चढ़ाव से होकर गुजरी थी। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर नाट्य संगीतकार और शास्त्रीय गायक थे. यही कारण है कि लता मंगेशकर के घर में उनके जन्म से ही उनको संगीत का माहौल मिला था. संगीतमय परिवार से होने के बाद भी वो पिता से काफी डरती थीं. पिता के डर के कारण लता मंगेशकर किसी तरह से चोरी छिपे अपना रियाज किया करती थीं. इस बात का खुलासा उन्होंने खुद एक बडे़ मंच पर किया था.

लता मंगेशकर का कहना था कि – मेरे घर में पिताजी शुरुआत से संगीत की दुनिया में एक्टिव थे. उनके स्टूडेंट्स हर रोज आते थे और उनसे संगीत-गायन के बारे में ज्ञान लेते थे. चूंकि मैं एक लड़की थी और उस वक्त अपने पिता के सामने ये कहने की मुझमें हिम्मत नहीं थी कि मैं भी उनकी तरह संगीत के जगत में अपनी पहचान बनानी चाहती हूं. मैं पिताजी को गाते हुए देखती थी और फिर जब मेरी मां रसोई में खाना बनाती थीं, तो मैं उनके पास बैठकर उन्हें गीत गाकर सुनाती थीं. इस तरह से पिता के डर से चोरी छिपे मैंने सालों प्रैक्टिस की थी.

ये बयान लता मंगेशकर ने एक बार जावेद अख्तर को दिए इंटरव्यू में दिया था. बेशक लता मंगेशकर आज हमारे बीच इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके सुरीली आवाज की गीत आज भी फैंस के दिलों को काफी सुकून देता हैं लता मंगेशकर को स्वर कोकिला के नाम से भी जाना जाता है. महज 13 साल की उम्र से ही उन्होंने गायकी शुरू कर दी थी. इस आधार पर उन्होंने करीब 6 दशक से लंबे सिंगिंग करियर में अलग-अलग भाषाओं में करीब 50 हजार से अधिक गीतों को अपनी सुरीली आवाज दी थी. उनके गाने आज भी सदाबहार हिट्स के तौर पर सुने जाते हैं.