INDIA गठबंधन का नेतृत्व नीतीश संभालें, तीन राज्यों में हार के बाद अब कांग्रेस विधायक ने उठाई मांग

राजनीति

मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस को मिली हार के बाद ‘INDIA’ गठबंधन के नेतृत्व को लेकर अलग अलग मांगे उठने लगी हैं. जदयू लगातार नीतीश कुमार को ‘INDIA’ गठबंधन का चेहरा बनाने की मांग कर रही है. अब कांग्रेस के विधायक ने भी नीतीश को ‘INDIA’ का नेतृत्व देने की मांग की है.

कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में INDIA गठबंधन को चुनाव लड़ना चाहिए. इसका नेतृत्व जल्द उन्हें दिया जाए. नीतू सिंह ने कहा, कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाना चाहिए. पहले भी कांग्रेस गैर कांग्रेसी को पीएम बना चुकी है. उन्होंने मांग की कि नीतीश के बिहार मॉडल पर देश में चुनाव लड़ा जाए. नीतू ने अपनी पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से चूक हुई है. दरअसल, उनका इशारा एमपी में सपा समेत अन्य दलों से गठबंधन न करने को लेकर था

INDIA गठबंधन में सहयोगी बिहार की सत्ताधारी जदयू ने भी कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं. जदयू के नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी ने नीतीश को गठबंधन का विश्वसनीय चेहरा बताया. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार के प्रयास से ही INDIA गठबंधन बना. तीन राज्यों में रिजल्ट का मैसेज साफ है कि विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना होगा. कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टियों के साथ लचीला रवैया अपनाकर उदार बनना होगा. आपसी साझेदारी नहीं बनने का सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ. उन्होंने कहा, देश जानता है कि गठबंधन में कौन विश्वसनीय है?

इससे पहले जदयू के प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर हमला था. मंडल ने ट्वीट कर लिखा, अब INDIA गठबंधन को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिए. पिछले कुछ समय से कांग्रेस पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त रही, जिसकी वजह से इंडिया गठबंधन पर ध्यान नहीं दे पा रही थी और अब तो कांग्रेस चुनाव लड़ भी चुकी है और नतीजे भी सबके सामने हैं. निखिल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के सूत्रधार हैं और वही इस नैया को पार करा सकते हैं.

उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा 6 दिसंबर को दिल्ली में बुलाई गई INDIA गठबंधन की बैठक टल गई है. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अलग अलग कारणों की वजह से बैठक में शामिल होने से असमर्थता जताई थी.