स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती पर “रायपुर में विवेकानंद” विषय पर व्याख्यान का आयोजन

क्षेत्रीय

रायपुर : स्वामी विवेकानंद की जयंती 161वीं जयंती शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय के इतिहास विभाग एवं महाकोसल इतिहास परिषद (स्थापित 1920 द्वारा लोचन प्रसाद पाण्डेय) के संयुक्त तत्वावधान में “रायपुर में विवेकानंद” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि आचार्य रमेन्द्र नाथ मिश्र द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलित करके व तैलीय चित्र पर पुष्पांजली अर्पित करके की उन्होंने बताया कि 1877-79 के बीच स्वामी विवेकानंद ने अपना किशोर जीवन रायपुर के बुढ़ापारा में डे भवन एवं सेन बाड़ा में व्यतीत किया जिसका प्रमाण उनके भाई महेन्द्रदत्त द्वारा रचित बंगाली भाषा में लिखित किताब से मिलती है और उनका ऐतिहासिक अन्वेषण कर सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। (बुढ़ापारा स्थित छोकरी विद्यालय संप्रति पुत्री शाला) के प्राचीन भवन को वाचनालय बनाया जाए ताकि किशोर तरुण युवा और बुजुर्ग लोग बैठकर समाचार पत्र पत्रिकाएं नियमित रूप से पढ़ सके क्योंकि वह भवन भी ऐतिहासिक धरोहर है। उनके जीवन में आध्यात्मिक विचारों का उद्‌भव सांस्कारिक व धार्मिक नगरी रायपुर में हुआ और नयी पीढ़ी का कर्तव्य है कि रायपुर में स्वामी विवेकानंद की स्मृति को संरक्षण करनें की आवश्यकता है कलकत्ता के बाद सबसे ज्यादा समय रायपुर में बिताया । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करने के साथ-साथ उनके जीवन चरित्र को पढ़ने का आह्वाहन किया उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्‌बोधन में कहा यदि भारत को जानना है तो स्वामी विवेकानंद को पढ़ना चाहिए उनके जीवन का अध्ययन करना चाहिए । कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. शम्पा चौबे विभागाध्यक्ष इतिहास ने सम्बोधित करते हुए स्वामी जी के कथन उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए,उनके विचारों से छात्राओं को अवगत कराया मानव सेवा ही सच्ची सेवा है ऐसे उनके प्रासंगिक विचार तथा उनके गुरु रामकृष्ण के विचारों को कैसे उन्होंने आगे बढ़ाया, व्यवहारिक वेदांत को आगे बढ़ाया इसके बारे में जानकारी दी। सहायक प्राध्यापक महेंद्र सारवा ने मंच संचालन किया,उन्होंने विवेकानंद के व्यक्तित्व के बारे में जानकारी दी एवं अंत में आभार सहायक प्राध्यापक नितिन पाण्डेय ने किया । इस क्रार्यक्रम में छात्राएं शोधार्थी शुभम्,नवोदिता, प्रशंसा उपस्थित थे।