स्कूल के मिड-डे मील में निकली छिपकली, खाना खाते ही 24 बच्चों की हालत बिगड़ी

राष्ट्रीय

बिहार के सरकारी स्कूलों में मिलने वाले खाने में छिपकली मिलने का मामला नहीं थम रहा है. अब सीतामढ़ी के सरकारी स्कूल का खाना (मिड-डे-मील) खाने से 24 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए. पांच की हालत को गंभीर देखते हुए सदर अस्पताल रेफर करना पड़ा. यह मामला जिले के डुमरा प्रखंड की भासर मछहा दक्षिणी पंचायत के रिखौल गांव स्थित प्राथमिक स्कूल का है.

सिर दर्द और उल्टी की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन ने बाकी के खाने को नष्ट करा दिया. पीड़ित बच्चों को डुमरा पीएचसी भेजा. बताया गया है कि भोजन में छिपकली मरी हुई थी. हालांकि. इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. एमडीएम डीपीओ इसकी जांच कर रहे हैं.

पीड़ित बच्चों का डुमरा पीएचसी में इलाज चला. पीएचसी प्रभारी डॉ. अक्षय कुमार के नेतृत्व में इलाज किया गया. उपचार के बाद भी पांच बच्चों की तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. इन बच्चों में चंदन कुमार, सत्यम कुमार, चांदनी कुमारी, सोनाली कुमारी और काजल कुमारी शामिल हैं.

बताया गया है कि कक्षा एक और दो के बच्चे भोजन कर रहे थे तभी छिपकली की बाते सामने आई. अगर स्कूल के सभी बच्चे एक साथ भोजन कर रहे होते तो पीड़ितों की संख्या काफी होती. स्कूल में नामांकित 318 में से 179 बच्चे ही मौजूद थे. भोजन में चावल के साथ आलू और सोयाबीन की सब्जी बनी थी. एमडीएम डीपीओ आयुष कुमार ने स्कूल में पहुंचकर प्रभारी प्रधान और रसोइया से मामले की जानकारी ली. उपस्थिति पंजी की भी जांच की.

इस मामले में एमडीएम डीपीओ आयुष कुमार ने बताया कि करीब डेढ़ बजे एमडीएम में छिपकली होने की शिकायत मिली थी. इसकी जांच की जा रही है. पीड़ित बच्चों का उपचार हुआ है. ज्यादातर बच्चे स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं.

वहीं, इस मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार साहू ने बताया कि पूर्व में भी ग्रामीणों के द्वारा प्रधानाध्यापक को परेशान करने की नियत से इस तरह की अफवाह उड़ाई गई थी. फिलहाल मामले की जांच कराई जा रही है. मौके पर जांच टीम को रवाना कर दिया गया है. जांच के उपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी.