मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद 10 को दिखना बंद, दंतेवाड़ा में 20 लोगों की हुई थी सर्जरी, तीन निलंबित

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छत्तीसगढ़ में मोतियाबिंद के गलत ऑपरेशन से 10 आदिवासी बुजुर्गों को दिखना बंद हो गया है। 22 अक्टबूर को दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में 20 लोगों का ऑपरेशन हुआ था। सर्जरी के बाद 10 बुजुर्गों को आंख में खुजली, दर्द और ना दिखने की शिकायत हुई। वहीं, दो मरीजों को दोबारा ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं है, इनकी आंखों में फैले इंफेक्शन को दवाओं के सहारे से ठीक किया जा सकता है। वहीं, एक मरीज की स्थिति नाजुक बनी हुई है। उन्हें एक दो दिन दवाएं देकर आंखों का संक्रमण कम करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि संक्रमण कम होने के बाद ही इनका ऑपरेशन किया जाएगा। इसी बीच प्रोटोकाल की अनदेखी करने पर दंतेवाड़ा जिला अस्पताल की नेत्र सर्जन डॉ गीता नेताम, नेत्र सहायक अधिकारी दीप्ति टोप्‍पो, स्‍टाफ नर्स ममता वैदे को निलंबित कर दिया गया है। दरअसल, दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में 18 और 20 अक्टूबर को 20 मरीजों का मोतियाबिंद ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के बाद 11 मरीजों की आंखों में इंफेक्शन फैल गया। इंफेक्शन की शिकायत के बाद इन मरीजों को आंबेडकर अस्पताल रेफर किया गया।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अस्पताल में भर्ती मरीजों और स्वजनों से मुलाकात करने पहुंचे। मंत्री ने स्वजनों और मरीजों से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के स्टाफ और चिकित्सकों से भी बात कर उन्हें बेहतर काम करने और मरीजों की उचित देख देख करने के निर्देश दिए।