…लाशें उठवा लो, पति और जेठ को लुढ़का कर आई हूं’, हाथ में पिस्टल लेकर थाने पहुंची महिला, घबराकर कुर्सी से खड़े हो गए पुलिसवाले

राष्ट्रीय

मध्यप्रदेश : उज्जैन में प्रॉपर्टी विवाद को लेकर एक महिला ने अपने पति और जेठ की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर अपराध में इस्तेमाल पिस्टल के साथ थाने जाकर सरेंडर कर दिया. आरोपी महिला ने यह कहते हुए सरेंडर किया कि पति और जेठ को लुढ़का कर आई हूं, दोनों की लाश उठवा लो. हाथ में पिस्टल पकड़े हुए महिला के मुंह से यह शब्द सुनते ही पुलिसकर्मी अपनी-अपनी कुर्सी से खड़े हो गए.

घटना उज्जैन जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर इंगोरिया गांव में हुई और मृतकों की पहचान आरोपी सविता के पति राधेश्याम (41) और उसके जेठ दिनेश (47) के रूप में हुई है.

इंगोरिया थाना प्रभारी चंद्रिका सिंह यादव ने बताया, राधेश्याम की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दिनेश ने बड़नगर अस्पताल में गोली लगने से दम तोड़ दिया. इसके बाद आरोपी ने पिस्तौल के साथ सरेंडर कर दिया

महिला ने पहले अपने पति और फिर अपने जेठ को गोली मारी. सविता (35) एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है. शुरुआती जांच में यह मामला संपत्ति विवाद का नतीजा बताया जा रहा है.

इस मामले में आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि फोरलेन हाइवे पर उसकी 5 करोड़ रुपए कीमती जमीन को जेठ दिनेश हथियाना चाहता था. इसी के चलते पति राधेश्याम को नशा कराता था. जेठ के बहकावे में आकर पति भी आए दिन मारपीट करता था. सोमवार सुबह सुबह पति गाली दे रहा था, इसके चलते गुस्से में आकर बिस्तर के नीचे से पिस्टल निकाली. पहले जेठ को गोली मारी और फिर पति को मौत के घाट उतार दिया. महिला ने रोज रोज की मारपीट और हिंसा से तंग आकर यह कदम उठाने का दावा किया. उसका कहना था कि 2 बेटियों और एक बेटे के भविष्य की खातिर उसने इस वारदात को अंजाम दिया.

परिजनों ने इस दोहरे हत्याकांड पर सवाल उठाए हैं. मृतकों के पिता और आरोपी महिला के ससुर का कहना है कि दोनों भाइयों दिनेश और राधेश्याम के बीच जमीन का बंटवारा पहले से था तो विवाद की स्थिति क्यों बनी? आखिर घर में पिस्टल कहां से आई? इन सभी मामलों की बारीकी से छानबीन की जाए और आरोपी बहू को सख्त से सख्त सजा मिले.

एडिशनल एसपी ने बताया कि घरेलू विवाद और जमीन के विवाद को लेकर महिला ने क्रोध में आकर यह कृत्य किया है. आरोपी महिला ने हथियार के साथ थाने में सरेंडर कर दिया. एफएसएल की टीम जांच में जुटी है और एविडेंस इकट्ठा किया जा रहे हैं. आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है.