महादेव गेमिंग बेटिंग एप से अरबों रुपए की ठगी करने वाले 2 आरोपियों को यूपी STF ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल ही है देवरिया के रहने वाले दोनों आरोपियों को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों में एक इंडिया हेड अभय सिंह है. वहीं, दूसरा संजीव सिंह है. ईडी को सूचना मिली थी कि दोनों आरोपी कई तरह के गेमिंग और बेटिंग एप चला रहे थे. IPL के मैचों में भी इन एप के जरिए हजारों करोड़ का अवैध तरीके से सट्टा लगवा धोखाधड़ी हो रही थी. 12 हजार लोग इसमें काम करने के लिए भारत से दुबई गए हुए हैं. आरोपी अभय सिंह ने बताा कि उसकी बुआ का लड़का अभिषेक सिंह दुबई में रहता है. साल 2021 में अभिषेक ने फोन करके कहा कि अपने क्षेत्र से गरीब- अनपढ़ लोगों से कॉन्टेक्ट करो और उनके नाम से सिम खरीदो. इसके बदले में उन्हें महीने के 25,000 रुपए सैलरी और 500 रुपए प्रति सिम मिलेगा. सिम को फिर एक कंपनी से दूसरी कंपनी में पोर्ट करवाना होगा.
अभय ने ऐसा ही किया. उसने सिम खरीद कर पोर्ट कराने का काम शुरू कर दिया. एक महीने में 30-35 सिम पोर्ट कराकर पिंटू उर्फ शुभम सोनी निवासी भिलाई दुर्ग छत्तीसगढ़ जो अभिषेक के ही साथ दुबई में काम करता है, उसको भेजने लगा. सिम का यूपीसी कोड अभिषेक के साथ काम करने वाला चेतन निवासी भिलाई छत्तीसगढ़ भेजता था. अभय ने एसटीएफ को बताया, उसे इस काम के बदले पहली सैलरी 75 हजार रुपए मिली. इसके बाद उसे कॉर्पोरेट सिम खरीदने का काम दिया गया. फर्जी दस्तावेज से कंपनियों के नाम पर इन सिम को रजिस्टर्ड किया गया. इसमें चेतन भी कुछ कंपनी के दस्तावेज और फर्जी आधार कार्ड भेजता था. इन सिम के एक्टिवेशन पर दो हजार रुपए का कमीशन मिलता था. पिंटू इन सब का सुपरविजन करता था. महीने में 150-200 सिम एक्टिवेट कराकर पिंटू दुबई भेजने लगगा. फरवरी 2024 से कॉर्पोरेट सिम लेने पर कंपनी के साथ-साथ कर्मचारी के नाम का भी केवाईसी होने लगी, जो लिंक के माध्यम से होती है. इस दौरान आरोपियों ने एक व्यक्ति के नाम 5-6 सिम खरीदी. गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, जयपुर, पुणे, मुंबई, ओडिशा आदि जगहों से फर्जी तरीके से सिम पोर्ट और एक्टिवेट कराए गए.