महाकुंभ मेला : संगम जाने वाले हर रास्ता पैक, स्टेशन बंद, भीषण जाम…

राष्ट्रीय

प्रयागराज महाकुंभ मेला को लेकर आस्था के उबाल ने स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सड़क पर निकलना मुश्किल हो रहा है। प्रयागराज की तमाम सड़कों पर दिनभर जाम जैसी स्थिति बन रही है। प्रयागराज संगम स्टेशन पर उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए इसे बंद कर दिया गया है। अब श्रद्धालुओं को ट्रेन पकड़ने प्रयागराज जंक्शन या अन्य स्टेशनों का रुख करना पड़ रहा है। महाकुंभ में 144 साल बाद बने संयोग को लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह देखते बन रहा है। जाम का आलम यह है कि नेशनल हाईवे से लेकर प्रयागराज शहर में भी गाड़ियां दो दिनों से रेंग रही हैं। शहर से जुड़े सभी सड़कों पर जाम के कारण लोगों को मेला पहुंचने के लिए 20 से 25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। मौनी अमावस्या की तरह ही रविवार शाम को प्रयागराज जंक्शन की तरफ भीड़ बढ़ने लगी तो रेलवे के साथ पुलिस-प्रशासन सतर्क हुआ। प्रयागराज जंक्शन पर मौनी अमावस्या वाली इमरजेंसी योजना लागू कर दी गई। भीड़ को सीधे जंक्शन पहुंचने से रोका गया। उन्हें खुसरोबाग में डायवर्ट किया गया। भीड़ को देखते हुए ऑन डिमांड ट्रेनें चलाई गई। मकर संक्रांति से अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन रविवार को करना पड़ा। मकर संक्रांति स्नान पर्व पर 101 विशेष ट्रेनें चलाई गई थी। वहीं, रविवार को 107 विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया। रेलवे ने प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद कर दिया है। भीड़ नियंत्रण को लेकर यह फैसला लिया गया। दरअसल, रविवार को बिना किसी स्नान पर्व के ही भीड़ उमड़ने की स्थिति को लेकर यह व्यवस्था की गई। उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम ने कहा कि प्रशासन से बातचीत के बाद रेलवे ने संगम स्टेशन को बंद करने का फैसला लिया। प्रयागराज को जोड़ने वाली सभी प्रमुख हाइवे पर जाम जैसी स्थिति दिख रही है। वाराणसी, जौनपुर, मिर्जापुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, रीवा और कानपुर रोड पर वाहनों का लंबा रेला दिख रहा है। बच्चे और महिलाएं भूखे रहने के बाद भी मेला पहुंचने को आतुर दिख रहे हैं। प्रशासन की ओर से हाईवे के किनारे बनाए गए तमाम पार्किंग स्थल फुल हो चुके हैं। जाम की स्थिति यह है कि सिविल और ट्रैफिक पुलिस के साथ अर्द्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा है।