महाराष्ट्र के लातूर जिले में 25 वर्षीय फार्मेसी के एक छात्र को पंचायत (ग्राम निकाय) सदस्य के रूप में चुना गया है. मोहिनी गुरव को औसा तहसील के अपने गांव अलमाला में सबसे अधिक वोट 700 में से 568 मिले. जबकि तीन पैनलों ने पंचायत की 12 सीटों के लिए चुनाव लड़ा, जिसमें सरपंच (ग्राम प्रधान) का पद भी शामिल था, वहीं एनसीपी समर्थित ग्रामविकास परिवर्तन पैनल ने 8 सीटें जीतीं.
एम.फार्मा पाठ्यक्रम के दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रही गुरव ने कहा कि उन्हें अपने परिवार के सदस्यों के समर्थन के कारण ग्रामविकास परिवर्तन पैनल के सदस्य के रूप में चुनाव लड़ने का मौका मिला.
गुरव ने कहा, चूंकि मैं अपनी पढ़ाई में व्यस्त था, इसलिए मैं अपने वार्ड के लोगों से कम ही मिल पाता था. फिर भी, उन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मुझे बहुमत से चुना. मैं स्थानीय मुद्दों से वाकिफ हूं. इसीलिए मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया.
ग्रामविकास परिवर्तन पैनल का नेतृत्व करने वाले एनसीपी औसा के कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र पाटिल ने कहा कि वे निवासियों को बुनियादी जरूरतें देने और समग्र विकास की दिशा में काम करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि साथ ही सभी समुदायों को समान अवसर दिए जाएंगे.