मालदीव की राजधानी माले में एक इमारत में आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई. इस इमारत में विदेशी कामगार रह रहे थे. आग इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर बने कार रिपेयरिंग गैराज में लगी. इस घटना में नौ भारतीयों समेत एक बांग्लादेशी नागरिक की मौत हुई है. इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं.
अधिकारियों का कहना है कि इमारत में लगी आग के बाद ऊपरी मंजिल से 10 शव बरामद किए गए हैं. यह आग इमारत के ग्राउंड फ्लोर के कार रिपेयरिंग गैराज में लगी थी.
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हमने 10 शव बरामद किए हैं. आग पर काबू पाने में लगभग चार घंटे लग गए थे. पुलिस अधिकारी का कहना है कि मृतकों में नौ भारतीय और एक बांग्लादेशी नागरिक है.
मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने माले में आग लगने की इस घटना पर शोक जताया है, जिसमें भारतीय नागरिकों समेत लोगों की मौत हुई है. उच्चायोग ने कहा कि हम मालदीव सरकार के संपर्क में बने हुए हैं.
High Commission of India in Maldives expresses grief over tragic fire incident in Male, Maldives that caused loss of lives including reportedly of Indian nationals. pic.twitter.com/onvTGT7AQ3
— ANI (@ANI) November 10, 2022
इस घटना पर मालदीव सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि पुलिस मृतकों की शिनाख्त करने में जुटी है.
मालदीव सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि पुलिस मृतकों की शिनाख्त करने में जुटी है. मालदीव के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने ट्वीट कर बताया कि माले में लगी इस आग के प्रभावितों के लिए एक स्टेडियम में राहत एवं बचाव केंद्र बनाया गया है. पीड़ितों की मदद के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.
मालदीव के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने ट्वीट कर बताया कि माले में लगी इस आग के प्रभावितों के लिए एक स्टेडियम में राहत एवं बचाव केंद्र बनाया गया है. पीड़ितों की मदद के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.
NDMA has established an evacuation center in Maafannu Stadium for those displaced and affected by the fire in Male'. Arrangements are being made to provide relief assistance and support.
— NDMA Maldives (@NDMAmv) November 10, 2022
इस घटना के बाद मालदीव में बुरी परिस्थितियों में रह रहे विदेशी कामगारों का मामला फिर से चर्चा में आ गया है. मालदीव के राजनीतिक दलों ने कहा है कि विदेशी कामगारों को दयनीय स्थिति में यहां रहना पड़ता है.
मालदीव में एक बड़ी आबादी विदेशी कामगारों की है. इनमें से अधिक कामगार भारत, बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों से हैं.
इन विदेशी कामगारों की दयनीय स्थिति का मामला कोरोना काल में सबसे पहले सामने आया था. उस समय स्थानीय लोगों की तुलना में विदेशी कामगारों में कोरोना तीन गुना अधिक तेजी से फैला था.