ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘NewsClick‘ पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। दिल्ली की स्पेशल सेल ने न्यूजक्लिक के दफ्तर और उससे जुड़े पत्रकारों तथा लेखकों के ठिकानों पर छापेमारी की। अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अधिकारियों ने अब न्यूजक्लिक के दफ्तर को सील कर दिया है। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज एक मामले में ऑनलाइन समाचार पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ और उसके पत्रकारों से जुड़े 30 परिसरों पर मंगलवार को छापे मारे।
‘न्यूजक्लिक’ पर चीन के समर्थन में प्रचार करने के लिए धन लेने का आरोप लगाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। अधिकारियों ने बताया कि उर्मिलेश और अभिसार शर्मा समेत कुछ पत्रकारों को पूछताछ के लिए लोधी रोड स्थित विशेष प्रकोष्ठ के कार्यालय ले जाया गया। सूत्रों ने बताया कि विशेष प्रकोष्ठ के दल ने उनसे 25 प्रश्न पूछे। एक सूत्र ने कहा, ”उनसे उनकी विदेश यात्राओं, शाहीन बाग प्रदर्शन, किसान प्रदर्शन और अन्य के संबंध में प्रश्न पूछे गए।”
#WATCH | Delhi Police Special Cell officials seal the office of 'NewsClick' in Delhi
Delhi Police is conducting raids at different premises linked to NewsClick under UAPA and other sections today. pic.twitter.com/yc1faa5sQw
— ANI (@ANI) October 3, 2023
बताया जा रहा है कि न्यूजक्लिक के दक्षिण दिल्ली स्थित दफ्तर में फॉरेंसिक विभाग की भी एक टीम मौजूद थी। न्यूजक्लिक के संस्थापक और चीफ एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ को भी समाचार पोर्टल के कार्यालय में ले जाया गया था। आपको बता दें कि यह वेबसाइट भारत में चीन समर्थक प्रचार के लिए अमेरिकी करोड़पति नेविले रॉय सिंघम से कथित तौर पर धन प्राप्त करने को लेकर हाल में सुर्खियों में आई थी।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने ‘न्यूजक्लिक’ के कुछ पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। विशेष प्रकोष्ठ के एक दल ने पत्रकार अभिसार शर्मा से नोएडा एक्सटेंशन स्थित उनके घर में पूछताछ की, जिसके बाद वह उन्हें अपने साथ ले गये थे।
छापेमारी दस्ता सुबह पत्रकार के घर पहुंचा और उसने उनका मोबाइल फोन एवं लैपटॉप जैसे गैजेट जब्त कर लिए। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह शुरू हुई छापेमारी की कार्रवाई यूएपीए और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 153ए (दो समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत अगस्त में दर्ज किए गए एक मामले के आधार पर की गई।