मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने मालदीव में ‘हजारों भारतीय सैनिकों’ की मौजूदगी के संबंध में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की तरफ से किए गए दावों का खंडन किया है. शाहिद ने कहा कि देश में कोई भी सशस्त्र विदेशी सैनिक तैनात नहीं है. उन्होंने मुइज्जू के दावों को लेकर कहा कि यह उनकी तरफ से बोला गया एक और झूठ है
मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने सोशल मीडिया साइट एक्स (ट्विटर पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि मुइज्जू की सरकार ने मालदीव में मौजूद भारतीय सैनिकों की संख्या को लेकर झूठ बोला है. मालदीव के नेता ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘100 दिनों में, यह साफ हो गया है कि राष्ट्रपति मुइज्जू का ‘हजारों भारतीय सैनिकों’ का दावा उनकी तरफ से बोला गया एक और झूठ था. मुइज्जू सरकार की भारतीय सैनिकों की सही संख्या बता पाने में असमर्थता बहुत कुछ कहती है. देश में कोई भी सशस्त्र विदेशी सैनिक तैनात नहीं है. पारदर्शिता मायने रखती है और सच्चाई सामने आनी चाहिए.’मोहम्मद मुइज्जू पिछले साल नवंबर में मालदीव के राष्ट्रपति बने. चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने मालदीव में मौजूद भारतीय सैनिकों की वापसी के मुद्दा प्रमुखता से उठाया और लोगों से वादा किया कि अगर वो सत्ता में आते हैं तो भारतीय सैनिकों को वापस भेज देंगे. वर्तमान में, डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ लगभग 70 भारतीय सैनिक मालदीव में तैनात हैं.
राष्ट्रपति पद संभालने के दूसरे दिन ही मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत सरकार से अपने सैनिकों को देश से वापस बुलाने का अनुरोध किया था. पिछले साल दिसंबर में मुइज्जू ने घोषणा की थी कि मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर भारत सरकार के साथ एक समझौता हो गया है.
वहीं, इसी महीने की शुरुआत में राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा था कि भारतीय सैनिक जल्द ही वापस भारत जाने वाले हैं.
राष्ट्रपति संसद में दिए अपने पहले संबोधन में उन्होंने कहा था, ‘हमने भारत से आधिकारिक रूप से आग्रह किया कि वो मालदीव में मौजूद अपने सौनिकों को जल्द वापस बुला ले. सैनिकों की वापसी को लेकर हाल ही में बातचीत हुई है जिसमें तय हुआ है कि तीन हवाई प्लेटफॉर्म पर मौजूद भारतीय सौनिक 10 मार्च 2024 तक मालदीव से वापस चले जाएंगे. बाकी बचे सैनिक 10 मई 2024 तक वापस जाएंगे.’
100 days in, it's clear: President Muizzu's claims of 'thousands of Indian military personnel' were just another in a string of lies. The current administration's inability to provide specific numbers speaks volumes. There are no armed foreign soldiers stationed in the country.… pic.twitter.com/7q9baIJ6X6
— Abdulla Shahid (@abdulla_shahid) February 25, 2024