पार्थ चटर्जी पर ममता सरकार ने एक्शन ले लिया है. पश्चिम बंगाल से जुड़े शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम आने के बाद उनको मंत्री पद से हटा दिया गया है. पार्थ चटर्जी फिलहाल उद्योग मंत्री थे. जब वह शिक्षा मंत्री थे उस दौरान हुए घोटाले के लिए उनको गिरफ्तार किया जा चुका है.
बंगाल के चीफ सेक्रेटरी की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, पार्थ चटर्जी को उद्योग मंत्री के पद से हटाये जाने के साथ-साथ बाकी पदों से भी हटाया गया है. इसमें सूचना एंव प्रसारण विभाग, संसदीय मामलों से जुड़े विभाग आदि से भी उनकी छुट्टी कर दी गई है.
पार्थ चटर्जी को ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया है. पार्थ की गिरफ्तारी अर्पिता मुखर्जी के पकड़े जाने के बाद हुई थी. अर्पिता के घर पर मारे गये छापे में 20 करोड़ के करीब रुपये कैश मिला था.
इसके बाद बुधवार को अर्पिता के दूसरे घर पर छापा पड़ा था. इसमें भी 20 करोड़ रुपये करीब कैश मिला था. इसी के साथ-साथ कई किलो सोना भी वहां से बरामद हुआ था. ईडी का मानना है कि यह वही पैसा है जो कि शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले में घूस के तौर पर लिया गया था.