मणप्पुरम लूट:इंजीनियरिंग स्टूडेंट बन लुटेरों ने किराये पर लिया था कमरा

राष्ट्रीय

उदयपुर में मणप्पुरम गोल्ड कंपनी में डकैती के मामले में अहम सुराग हाथ लगा है पर पुलिस के हाथ खाली हैं। घटना स्थल से करीब 18 किमी दूर डबोक गांव में इंजीनियरिंग स्टूडेंट बनकर दो युवकों ने कमरा किराये पर लिया था। इसके बाद कमरे में पाचं लोग रहने लगे। घटना के बाद से ये युवक फरार हैं। सीसीटीवी फुटेज में आरोपियों की बाइक का मिलान हुआ है। पुलिस जांच में मकान मालिक के पास जमा कराए दस्तावेज झारखंड के हैं जो फर्जी निकले हैं।

सूत्रों के मुताबिक गत 29 अगस्त को उदयपुर से डबोक एयरपोर्ट रोड पर सुंदरवास इलाके में मुख्य मार्ग पर स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी के ऑफिस में आए लुटेरे गन पाइंट पर 25 किलो सोना व 11 लाख रुपए कैश लेकर भागे थे। तब से पुलिस की कई टीमें आरोपियों का पता लगाने के लिए विभिन्न राज्यों में व उदयपुर के आसपास इलाकों में जुटी हुई है। इस बीच डबोक गांव के कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि इस वारदात के बाद से वहां किराये पर रहने वाले पांच लोग फरार हैं। ये युवक 13 अगस्त से यहां कमरा किराये पर लेकर रह रहे थे। पहले दो युवकों ने खुद को इंजीनियरिंग स्टूडेंट बताते हुए कमरा किराये पर लिया था, इसके बाद इसी रूम में पांच युवक रहने लगे। किसी को शक नहीं हो इसलिए उन्होंने किराया प्रति माह 6 हजार रुपए भी एडवांस दे दिया था। सुबह जाते और शाम को आ जाते। कोई न कोई एक युवक कमरे पर ही रहता था।

फर्जी निकले दस्तावेज
सूचना मिलने के बाद एसपी विकास शर्मा, एएसपी चंद्रशील सिंह ठाकुर समेत तमाम पुलिस अधिकारियों ने इस कमरे का मौका मुआयना किया। सीसीटीवी फुटेज की मिलान की गई। इसमें बाइक के नंबर आरोपियों से मिलान हुए हैं। पुलिस ने मकान मालिक को दिए दस्तावेजों की जांच की तो वो फर्जी निकले जो झारखंड में बने थे। पुलिस ने पड़ोसियों से भी पूछताछ की है।