छत्तीसगढ़ : बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में सरकारी स्कूल का टीचर मोहन बंजारे भी शामिल है। पुलिस ने उसे घटना का मास्टरमाइंड और साजिशकर्ता बताया है। मोहन बंजारे ने ही प्रदर्शन के दिन भड़काऊ भाषण दिए और अलग-अलग जिलों से लोगों को बुलाया था। पुलिस 10 जून को हुई हिंसा मामले में अब तक 163 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे, NSUI विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा भी शामिल हैं। इनके अलावा भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव भी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि मोहन बंजारे आंदोलन वाले दिन मंच का संचालन कर रहा था। उसने प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लोगों को उकसाया और भड़काया। आंदोलन के दिन भी मंच से भड़काऊ भाषण दिया और लोगों को बुलाकर हिंसा के लिए भड़काया। पुलिस लगातार मोहन बंजारे की तलाश कर रही थी। वह रायपुर में ही एक अन्य आरोपी दिनेश बंजारे के साथ छिपा हुआ था। मोहन बंजारे सरकारी स्कूल का टीचर होने के साथ ही गोंड़ा गांव के स्कूल का प्रभारी प्राचार्य भी है। वह प्रगतिशील सतनामी समाज का युवा अध्यक्ष है। उसकी पत्नी पलारी नगर पंचायत से कांग्रेस की पार्षद है।
बलौदाबाजार हिंसा मामले की जांच के लिए गठित SIT की टीम ने 12 जुलाई को घटनास्थल पहुंचकर सीन रिक्रिएट किया। टीम भीम आर्मी क्रांतिवीर के संस्थापक किशोर नवरंगे को लेकर पहुंची थी। हिंसा के दौरान दशहरा मैदान में मौजूद भीड़ और मंच संचालन सहित कई तथ्यों की बारीकी से जानकारी जुटाई गई। 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। 10 जून को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।
उपद्रवियों ने पुलिस बल के साथ झूमाझपटी, पत्थरबाजी, मारपीट करते हुए संयुक्त कार्यालय परिसर और वहां खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने धरना प्रदर्शन का आयोजन करने वाले और इस दौरान बलवा तोड़फोड़ व आगजनी करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें गठित की।