बैठक में मेधा पाटकर को देख भड़के BJP सांसद, ‘देशद्रोही’ और ‘पाकिस्तानी’ बताकर किया वॉकआउट

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग से संबंधित संसद की स्थायी समिति की मंगलवार को हुई बैठक में सोशल एक्टिविस्ट मेधा पाटकर को शामिल करने को लेकर हंगामा हो गया. भाजपा सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया, जिसके बाद बैठक स्थगित कर दी गई. यह बैठक उचित मुआवजा, पारदर्शिता, पुनर्वास और पुनर्स्थापन के अधिकार पर केंद्रित थी, जिसमें मुख्य रूप से भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 और इसके दुरुपयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया. बैठक में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, जनजातीय मामलों के मंत्रालय और गैर सरकारी संगठनों के अधिकारियों को बुलाया गया था. बैठक में मध्य प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक से मेधा पाटकर और प्रकाश राज सहित लगभग 10 सामाजिक कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया था. भाजपा सांसदों ने बैठक में मेधा पाटकर को बुलाए जाने का विरोध किया और आरोप लगाया कि उन्होंने एनवायरमेंट एक्टिविज्म के नाम पर कई राज्यों में विकास कार्यों को अवरुद्ध किया है. बीजेपी सांसदों ने मेधा पाटकर पर राष्ट्र विरोधी होने का आरोप लगाया. एक बीजेपी सांसद ने मेधा पाटकर को पाकिस्तानी बता दिया, जबकि सत्ताधारी पार्टी के दूसरे सांसद ने संसद की स्थायी समिति के चेयरमैन सप्तगिरि उलाका (ओडिशा के रायगढ़ कोरापुट से कांग्रेस के लोकसभा सांसद) पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘आप फिर पाकिस्तानी पीएम को क्यों नहीं बुला लेते?’. उन्होंने कहा कि मेधा पाटकर ने चार राज्यों में विकास रोक दिया है. सूत्रों ने बताया कि स्थायी समिति के अध्यक्ष सप्तगिरि उलाका ने कहा कि उनकी बात सुनी जाए और भाजपा सांसद अपना विरोध दर्ज करा सकते हैं.

सभी भाजपा सांसदों ने बैठक का बहिष्कार किया और लगभग ग्यारह सांसद बाहर चले गए, जिससे बैठक का कोरम समाप्त हो गया और अन्य अधिकारी भी बाहर चले गए. इससे केवल विपक्षी सांसद और राज्यसभा सांसद एचडी देवेगौड़ा ही बचे, इसलिए बैठक स्थगित करनी पड़ी. बाद में संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद सप्तगिरि उलाका ने मेधा पाटकर और प्रकाश राज समेत तमाम कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.

कांग्रेस सांसद उलाका ने कहा, ‘बैठक में इन सामाजिक कार्यकर्ता को बुलाया गया है, इसकी जानकारी सभी सदस्यों को पहले ही दी गई थी. यदि सांसदों को कोई आपत्ति थी, तो वे पहले बता सकते थे, सबकी बात सुनने में क्या हर्ज है, लेकिन सभी भाजपा सांसदों ने एक साथ आपत्ति जतानी शुरू कर दी और मेधा पाटकर को देशद्रोही और पाकिस्तानी कहा.’

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग से संबंधित पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन सप्तगिरि उलाका ने आशंका जताई कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 सबसे ज्यादा दुरुपयोग किए जाने वाले कानूनों में से एक है. बैठक में पहली बार हमें इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ा और मुझे आशंका है कि अगर यह समस्या जारी रही तो हम समयबद्ध तरीके से अपनी रिपोर्ट पूरी कर पाएंगे या नहीं. इसलिए मैं इस मामले को लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष भी उठाऊंगा.

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