शुक्रवार को बिलासपुर जिले के बेलगहना रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरियों पर एक युवक का शव मिला। शव की पहचान छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंह देव के रिश्तेदार वीरभद्र प्रताप सिंह (42) के रूप में हुई है। भारतीय जनता पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई ने शनिवार को इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। मृतक वीरभद्र प्रताप सिंह जनपद पंचायत के प्रतिनिधि थे।
मृतक पर 2021 में कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के काफिले पर हमले का आरोप लगा था। बृहस्पत सिंह सरगुगा के नेता हैं। उन्हें सिंहदेव के खिलाफ माना जाता है। काफिले के हमले के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर की अंदरूनी कलह सामने आई थी।
विधायक बृहस्पत सिंह ने आरोप लगाया कि सिंह देव के इशारे पर उनके काफिले पर हमला किया गया था। उन्होंने कहा कि सिंह देव के रिश्तेदार वीरभद्र प्रताप सिंह उर्फ सचिन बाबा ने मुझपर हमला किया है। बृहस्पत सिंह की शिकायत पर राज्य पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने कहा कि शुक्रवार को मृतक दुर्ग-अंबिकापुर एक्सप्रेस से रायपुर से अंबिकापुर जा रहा था और प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि वह चलती ट्रेन से गलती से गिर गया और उसकी मौत हो गई।
पारुल माथुर ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है। विपक्षी भाजपा ने दावा किया है कि वीरभद्र प्रताप सिंह की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है और भाजपा ने इस घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग भी की है।
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि यह दुर्घटना सामान्य प्रतीत नहीं होती है और यह एक राजनीतिक हत्या हो सकती है इसलिए हम न्यायिक जांच की मांग करते हैं।