दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों के लिए शुरू हुईं मोहल्ला बसें…

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दिल्ली सरकार की मोहल्ला बस सेवा का ट्रायल रन शुरू हो गया है. सोमवार से दो मार्गों पर ट्रायल रन शुरू हो गया और यह एक सप्ताह तक जारी रहेगा. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि इस योजना के तहत 2,080 बसें चलाई जाएंगी और साल 2025 तक बसों की संख्या को और बढ़ाया जाएगा. वहीं इनमें से 1,040 बस डीटीसी द्वारा और बाकी डीआईएमटीएस द्वारा संचालित की जाएंगी. मोहल्ला बसों का किराया दिल्ली सरकार की एसी बसों के समान होगा यानी इन बसों के लिए भी टिकट 10, 15 और 20 रुपये रखा गया है और महिलाएं इन बसों में पिंक पास का उपयोग करके मुफ्त सवारी का लाभ उठा सकती हैं.

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि मोहल्ला बस सेवा की शुरुआत हमारे शहर में अंतिम मील की कनेक्टिविटी को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने बताया कि ये बसें सीमित सड़क चौड़ाई वाले अत्यधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने के लिए डिजाइन की गई हैं, जो स्थानीय लोगों के लिए एक विश्वसनीय और कुशल परिवहन विकल्प प्रदान करती हैं. वहीं इस ट्रायल से पता चलेगा कि कहीं बस में कोई कमी तो नहीं है और फीडबैक प्राप्त करने में मदद मिलेगी. वहीं यह सेवा दिल्लीवासियों की जरूरतों को पूरा करती है मंत्री ने बताया कि आईआईटी-दिल्ली सहित विभिन्न संगठनों की मदद से मार्गों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. ट्रायल रन दो मार्गों – प्रधान एन्क्लेव पुश्ता से मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन और अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से मयूर विहार फेज-III पेपर मार्केट पर सात दिनों तक जारी रहेगा. यात्रियों द्वारा आसानी से पहचाने जाने के लिए बसों को हरे रंग से रंगा गया है, इनमें 196 किलोवाट की कुल क्षमता वाले छह बैटरी पैक लगे हैं, जो 45 मिनट में चार्ज होने के साथ 200 किलोमीटर से अधिक की रेंज प्रदान करते हैं.

नौ मीटर लंबी इन बसों में 23 यात्री सीटें हैं और इनमें खड़े होकर 13 यात्री बैठ सकते हैं. वहीं इसमें छह सीटें गुलाबी रंग की हैं, जो महिला यात्रियों के लिए आरक्षित हैं. दिल्ली सरकार वर्तमान में अंतिम मील कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से मिली 100 बसों का संचालन कर रही है. इन मोहल्ला बसों की अधिकतम रूट लंबाई 10 किलोमीटर है. इसके अलावा ये बसें पहले और आखिरी मील की कनेक्टिविटी को बढ़ाने में मदद करेंगी.