मथुरा के डीएम नवनीत सिंह चहल रविवार, 21 अगस्त को वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के पास एक गली में खड़े थे. वे यहां जन्माष्टमी पर बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे की जांच करने पहुंचे थे. इस दौरान जब डीएम अधिकारियों से बात कर रहे थे, तभी अचानक एक बंदर आया और डीएम का चश्मा छीनकर भाग गया. फिर मिन्नत हुई. बंदर नहीं माना. फिर मिन्नतों के साथ बंदर को एक फ्रूटी दी गई, बंदर ने फ्रूटी स्वीकार की और चश्मा लौटा दिया.
वृंदावन में बंदर ने DM नवनीत चहल से चश्मा छीना|
कुछ साल पहले जब बंदर ने मेरा चश्मा छीना था, तब मैंने एक पुजारी से पूछा था कि बड़े शरारती है यहां के बंदर। हमारे अयोध्या में केवल प्रसाद छीनते हैं
पंडित जी कहे जैसे राम जी वैसे वहां के बंदर, जैसे हमारे श्याम जी वैसे वृंदावन के बंदर pic.twitter.com/qLBxCgMP36
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) August 21, 2022
जब बंदर डीएम का चश्मा छीन कर ले गया तो उस दौरान अफरा-तफरी मच गई थी. आजतक के रिपोर्ट के मुताबिक, बंदर जिलाधिकारी का चश्मा लेकर इधर-उधर उछलता-कूदता रहा. पुलिसकर्मी परेशान रहे कि बंदर से चश्मा कैसे छुड़ाया जाए. खबर है कि फिर बंदर को फ्रूटी देकर चश्मा वापस मिल पाया. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस वीडियो को शेयर करते हुए बीजेपी पर चुटकी ली है. अखिलेश यादव ने वीडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा,
*बंदर ने सोचा जब भाजपा के शासन में प्रशासन को चश्मा लगाकर भी कुछ नहीं दिखता है तो चश्मे का क्या काम…*
बता दें कि मथुरा के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर परिसर में जन्माष्टमी पर भारी भीड़ की वजह से घुटन के चलते दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 6 घायल हो गए थे. मंगला आरती के दौरान यह हादसा हुआ था. पुलिस ने कहा था कि निकास द्वार पर भीड़ होने से जाम हो गया था, जबकि प्रवेश द्वारों से भी भीड़ लगातार आ रही थी. अचानक भीड़ बढ़ने से घुटन और बेचैनी हुई और लोग बेहोश हो गए. इसी घटना की जांच करने जिलाधिकारी पहुंचे थे.
इस हादसे की जांच के लिए एक कमिटी बनाई गई है, जो पता लगाएगी कि ये दुर्घटना किन कारणों से हुई. कमिटी ये भी देखेगी कि भविष्य में इस तरह की घटना फिर न हो, इसके लिए मंदिर परिसर में क्या-क्या सुधार की जरूरत है.