केरल के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को राज्य में मंकीपॉक्स (MPox) के मरीज की पुष्टि की है। 38 साल का व्यक्ति हाल ही में यूएई से लौटा है। 17 सितंबर को मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उसने खुद को क्वारंटीन कर लिया था। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने फेसबुक पोस्ट में कहा- उत्तरी मलप्पुरम जिले के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर व्यक्ति को भर्ती करा गया था। नमूने लेकर जांच कराई गई थी। मंत्री ने विदेश से आने वाले लोगों सहित राज्य की जनता से मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज लेने और स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने की अपील की है। हालांकि, राज्य सरकार ने मंकीपॉक्स के स्ट्रेन का खुलासा नहीं किया है। इससे पहले 9 सितंबर को देश में मंकीपॉक्स के पहले मरीज मिलने की पुष्टि हुई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि विदेश से लौटे एक व्यक्ति को 8 सितंबर को मंकीपॉक्स के संदेह में आइसोलेशन में रखा गया था। सैंपल लेकर जांच कराई गई, जिसमें मंकीपॉक्स के स्ट्रेन वेस्ट अफ्रीकन क्लेड 2 की पुष्टि हुई थी, लेकिन ये स्ट्रेन WHO की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी में शामिल स्ट्रेन क्लेड1 नहीं है। 9 सितंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने मंकीपॉक्स को लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की थी। चंद्रा ने कहा था कि मंकीपॉक्स के खतरे को रोकने के लिए सभी राज्यों को हेल्थ एक्शन लेना चाहिए।