सितंबर महीने में मौसम किसानों पर मेहरबान है। प्रदेश के कई इलाकों में खंड वर्षा हो रही है। लगातार बारिश धान की फसल के लिए वरदान साबित हो रही है। मौसम इसी तरह सक्रिय रहने की संभावना है। मंगलवार को तेज गरज के साथ रायपुर, दुर्ग संभाग के कई जिलों में भारी बारिश हुई। बुधवार को कई जिलों में बारिश की संभावना है। राजस्थान में मानसून की विदाई शुरू हो गई है। वहीं सितंबर के अंतिम और अक्टूबर के पहले सप्ताह में मॉनसून की विदाई छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग से शुरू होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बुधवार को मध्य छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे लगे क्षेत्र से 20 सितंबर को शुरू हो गया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के विदाई की रेखा खाजूवाला, बीकानेर, जोधपुर और नलिया है। एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर तटीय ओडिशा-तटीय पश्चिम बंगाल के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है।
खाड़ी में बने सिस्टम से हो रही बारिश
एक द्रोणिका निम्न दाब के क्षेत्र से दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश तक, 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में 21 सितंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने तथा भारी वर्षा भी होने की संभावना है। भारी बारिश का क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबि खाड़ी में बन रहे सिस्टम के चलते बारिश हो सकती है। संभावना है कि दहशरे तक बारिश की स्थिति प्रदेश में बनी रहेगी। अच्छी बारिश से बांध लबालब हो चुके हैं।