अलीगढ़ के अतिसंवेदनशील इलाके सब्जी मंडी और कनवरीगंज में हलवाइयों वाली मस्जिद के नाम से पहचानी जाने वाली मस्जिद को त्रिपाल से ढंका गया है. पिछले 5 वर्षों से इस मस्जिद को होली पर्व के दौरान ढंका जाता आया है. इस बार भी काले रंग के त्रिपाल से मस्जिद के हिस्से को ढका गया है.
दरअसल, होली खेले जाने के दौरान रंग मस्जिद में न चला जाए इसको लेकर एहतियातन मस्जिद को कवर किया गया है. पुलिस-प्रशासन के निवेदन करने पर मस्जिद के केअर टेकर इसको ढक देते हैं. क़रीब 2 से 3 दिन इसी प्रकार मस्जिद का एक हिस्सा पूरी तरह त्रिपाल से कवर रहता है. चूंकि इस बार होली और शब-ए-बारात एक ही दिन आयोजित हो रही हैं, इसलिए पुलिस व प्रशासन की टीमें विशेष सतर्कता बरत रही हैं. कोतवाली थाना इलाके के अब्दुल करीम चौराहे पर हलवाइयों वाली मस्जिद स्थित है.
हलवाइयों वाली मस्जिद का रखरखाव देखने वाले मुतवल्ली हाजी मोहम्मद इक़बाल ने बताया, पिछले चार-पांच साल से इस मस्जिद को होली त्योहार के मौके पर कवर किया जाता है. यह संवेदनशील चौराहा है जहां पर हलवाई खाना मस्जिद है. इस चौराहे पर होली खेली जाती है. मस्जिद पर किसी भी तरह का रंग या कोई गंदगी ना फेंके, इसलिए इस मस्जिद को कवर किया जाता है.
स्थानीय निवासी मेहबूब खान ने बताया कि मस्जिद को इसलिए ढंका जाता है, क्योंकि होली का त्योहार है. मस्जिद में कोई रंग या छींटे ना आने पाएं, इसलिए एहतियातन मस्जिद को ढंक दिया जाता है. त्योहार को बहुत ही प्यार और अमन के साथ यहां पर लोग मनाते हैं. किसी को किसी से भी कोई शिकवा शिकायत नहीं है. हम लोगों को भी उस समय सड़कों पर निकलने से बचना चाहिए जब होली खेलने का समय चल रहा होता है.