छत्तीसगढ़ के सुकमा से एक भावुक कर देने वाला वीडियो सामने आया है। इसमें एक मां पोस्टर पर लगे अपने शहीद बेटे की तस्वीर को बार-बार चूम रही है। वह रुमाल से बेटे की तस्वीर को पोंछती है और फिर तस्वीर को चूम लेती है। इस दौरान उसके भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। यह वीडियो सुकमा जिले के दोरनापाल में उस वक्त कैद किया गया जब सीआरपीएफ 223 बटालियन का स्थापना दिवस मनाया जा रहा था।
इस कार्यक्रम के दौरान 2014 में सुकमा जिले के कसालपाढ़ में माओवादियों से मुठभेड़ में शहीद जवानों का स्मारक बनाकर उन्हें समर्पित किया गया। कार्यक्रम में कसालपाढ़ में शहीद हुए जवानों में से तीन के परिजनों को ससम्मान आमंत्रित किया गया। इस दौरान ओडिसा के बरगढ़ से शहीद जवान पीएल मांझी की मां शर्मिला मांझी भी अपने बेटे और बेटी के साथ दोरनापाल पहुंची थीं। इस दौरान कार्यक्रम स्थल में लगे पोस्टर में शहीद बेटे की तस्वीर देख वो खुद को रोक नहीं पाईं।
एक मां पोस्टर पर लगे अपने शहीद बेटे की तस्वीर को बार-बार चूम रही है। जवान की शहादत को हर कोई सलाम कर रहा है।वीडियो छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के दोरनापाल का है। यहां शहीद जवानों का एक स्मारक बनाया गया, जिसमें शहीदों के परिजन पहुंचे थे। pic.twitter.com/3OB3Lzj5Ps
— 🇮🇳🇮🇳 **वैभव वैष्णव राष्ट्रभक्त** 🇮🇳🇮🇳 (@vvaishnav22) April 24, 2022
शहीद बेटे की तस्वीर को कपड़े से पोंछते हुए उसे दुलारने लगीं और उसका माथा चूमने लगीं। शहीद बेटे के लिए मां का प्यार और ममता देख मौके पर मौजूद अधिकारी और जवान भी भावुक हो गए। वहीं जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर पहुंचा तो पलक झपकते ही हजारों लोगों ने इसे शेयर करना शुरू कर दिया। सीआरपीएफ 223 बटालियन के कमांडेंट रघुवंश कुमार ने बताया कि स्थापना दिवस पर कसालपाढ़ में शहीद जवानों का स्मारक बनाया गया है। साथी जवानों ने कार्यक्रम में पहुंचे शहीदों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए भी डोनेट किए।