प्रयागराज में बेटे ने मां और बहन की चाकू मारकर हत्या कर दी। पिता और भतीजे पर भी हमला कर घायल दिया। पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक पथराव करने लगा। इसके बाद छत और खिड़की से एसिड से भरी 250 बोतलें फेकीं। पुलिस को रोकने के लिए युवक ने घर में गैस सिलेंडर खोलकर आग लगा दी। युवक को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले घर में छोड़े गए। करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ लिया है।
हमले में 24 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घर में घायल पड़े पिता को स्वरूप रानी अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि मां और बेटी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
बड़ा भाई बोला- एक हफ्ते से कर रहा था प्लानिंग
आरोपी के बड़े भाई ने बताया कि आरिफ एक हफ्ते से हमले की प्लानिंग कर रहा था। उसने हमसे कहा था कि मकान खाली कर दे। डी ब्लॉक में दूसरा घर बना है, वहां पर जाकर रहो। हम नहीं गए तो आज उसने मां और बहन की हत्या कर दी और घर में भी आग लगा दी। मेरे बेटे पर भी हमला किया। चीख सुनकर पहुंचा तो मुझ पर भी हमला किया। किसी तरह से मैं अपने बेटे को लेकर वहां से भागा।
युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त
DCP सिटी दीपक भूकर ने बताया- गौस मोहल्ला से सूचना मिली कि मोहम्मद आरिफ नाम के व्यक्ति ने अपने परिवार के सदस्यों पर चाकू से हमला किया है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जब मोहम्मद आरिफ को हिरासत में लेने का प्रयास किया तो उसने मोहल्ले के लोगों और पुलिस पर एसिड से भरी बोतलों से हमला किया। इसमें कई लोग घायल हुए हैं। मोहल्ले वालों का कहना है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है। अन्य जानकारी की जा रही है।
पुलिस ने बताया, युवक को पकड़ने के बाद पुलिस घर में दाखिल हुई तो खून से लथपथ अनीशा बेगम की डेड बॉडी फर्श पर पड़ी थी। पास में बहन आफरीन और पिता मोहम्मद कादिर लहूलुहान पड़े थे। अस्पताल में आफरीन की मौत हो गई।
हमले से पहले पत्नी को बच्चे के साथ मायके भेजा
बताया गया है कि आरोपी ने हमले से पहले अपनी पत्नी को बेटे के साथ मायके भेज दिया था। उसके बाद परिवार पर हमला किया। हमले की वजह अभी सामने नहीं आई है। वहीं, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि एसिड से भरी हुईं 250 बोतलें कहां से आईं।
इस पूरे घटना में ढाई घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। एसिड की बदबू के चलते पुलिस को रेस्क्यू में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस लगातार एनाउंसमेंट कर युवक को बाहर आने को कहती रही, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। वह लगातार पुलिस और भीड़ पर हमला करता रहा। पुलिस जब घर के अंदर पहुंची तो बदबू इतनी थी कि कुछ ही देर में सभी पुलिसकर्मी बाहर आ गए। फायर ब्रिगेड की टीम ने पानी का छिड़काव किया। इसके बाद पुलिस घर के अंदर जा सकी।