रूसी सैनिकों में फैल रहा है घातक ‘माउस फीवर’, जानिए यह घातक बीमारी  क्या है ?

अंतरराष्ट्रीय

यूक्रेन की धरती पर पिछले 22 महीने से जंग लड़ रहे रूसी सैनिकों को टैंक, गोलियों, ड्रोन हमले और मिसाइल अटैक के अलावा एक और खतरे का सामना करना पड़ रहा है। घातक “माउस फीवर” का प्रकोप यूक्रेनी सीमा पर डटे रूसी सैनिकों में तेजी से फैल रहा है जिससे रूस के सैन्य अधिकारी परेशान हैं।

ये खतरनाक बुखार कुतरने वाले जीवों जैसे कि चूहे और खरगोशों के माध्यम से इंसानों में फैलता है। अब यह बुखार यूक्रेन में रूस के ऑपरेशन में एक बड़ी बाधा बन रहा है। यूक्रेन के खुफिया निदेशालय द्वारा मंगलवार को माउस फीवर फैलने की खबर दी गई।

यूक्रेनी निदेशालय द्वारा जारी बयान के अनुसार “माउस फीवर” के फैलने की सूचना सबसे पहले कुपियांस्क से आई जहां रूसी सैनिकों की सक्रिय उपस्थिति है। यूक्रेनी खुफिया संस्था ने यह भी कहा कि रूसी सैनिक भीषण सर्दी में संसाधनों की कमी का सामना भी कर रहे हैं और उनके पास शीतकालीन वर्दी और चिकित्सा देखभाल की कमी है। रूसी खुफिया एजेंसी ने भी सरकार को कुपियांस्क में सैनिकों के तथाकथित “माउस फीवर” से पीड़ित होने का जानकारी दी है।

यूक्रेनी खुफिया संस्था की ओर से जारी बयान के मुताबिक, यह बीमारी चूहों से इंसानों में फैलती है। बुखार आम तौर पर चूहे और खरगोश जैसे जीवों के सीधे संपर्क से, चूहों के मल की धूल में सांस लेने से या भोजन में चूहों के मल के जाने से फैलता है। यूक्रेनी खुफिया संस्था का ये भी कहना है कि रूसी सैनिकों की बुखार की शिकायत को क्रेमलिन द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे मामला और खराब हो गया है।

हालांकि भले ही यूक्रेन में रूसी सैनिकों के पांव उखड़ने की खबरे पश्चिमी मीडिया में चल रही हों लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि सेना ने यूक्रेन के जवाबी हमले को नाकाम करके युद्ध के मैदान में बढ़त मजबूत कर ली है और रूस अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए बेहतर स्थिति में है।

पुतिन ने कहा है कि हमें सैन्य, रणनीतिक रूप से हराने के पश्चिम के प्रयास हमारे सैनिकों के साहस व धैर्य, हमारे सशस्त्र बलों की बढ़ती ताकत और हमारे सैन्य उद्योगों की क्षमता के सामने विफल हो गए हैं। हमारे सैनिकों ने बढ़त बना रखी है। हम प्रभावी ढंग से वही कर रहे हैं जो हमारे अनुसार आवश्यक है। हमारे कमांडर सुरक्षा को लेकर डटे हुए हैं और हमारी स्थिति में सुधार हो रहा है।