BREAKING NEWS: ज्ञानवापी में ASI सर्वे रोकने के लिए मुस्लिम पक्ष फिर पहुंचा जिला कोर्ट…

राष्ट्रीय

ज्ञानवापी में ASI सर्वे पर रोक के लिए मुस्लिम पक्ष एक बार फिर कोर्ट पहुंचा है। मुस्लिम पक्ष ने जिला कोर्ट में सर्वे रोकने के लिए याचिका दाखिल की है। इसमें 5 तकनीकी प्वाइंट्स को आधार बनाते हुए सर्वे पर रोक लगाने की मांग की है। हालांकि, यह तकनीकी प्वाइंट्स क्या हैं? ये फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है।

कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है। लंच के बाद मुस्लिम पक्ष की इस याचिका पर कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके अलावा, मीडिया रिपोर्टिंग के खिलाफ भी मुस्लिम पक्ष ने याचिका दाखिल की थी। इसमें भी आज बुधवार को सुनवाई होनी है। उधर, IB की टीम भी ज्ञानवापी पहुंची है। हालांकि, वह किसलिए पहुंची है। यह स्पष्ट नहीं है।

इससे पहले बुधवार को ASI सर्वे का 7वां दिन है। ASI टीम ने लगातार तीसरे दिन गुंबद और व्यास तहखाने में सर्वे किया। गुंबद की नक्काशी की कार्बन कॉपी तैयार करने के साथ तीनों गुंबदों की पैमाइश भी कर रही है। इसके साथ ही, ASI टीम आधुनिक तकनीक पर आधारित फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, मैपिंग और स्कैनिंग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी।

ASI ने IIT कानपुर के एक्सपर्ट की टीम को GPR यानी ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार मशीन से सर्वे के लिए बुलाया है। टीम मंगलवार वाराणसी पहुंची। टीम सुबह 10 बजे से GRP मशीन से मार्किंग कर रही है। पहले फेज में 10 से अधिक स्थानों पर मशीन को लगाया जाना है। इसके नतीजे आने के बाद मशीन लगाने की जगहों को फाइनल किया जाएगा। माना जा रहा है कि GPR तकनीक से सर्वे शुरू होने की संभावना है।

मंगलवार को अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने मीडिया रिपोर्टिंग के खिलाफ याचिका दायर की है। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने याचिका में ​​​​​कहा है कि कोर्ट के आदेश पर ASI सर्वे हो रहा है। सर्वे की टीम या उसके किसी अधिकारी की ओर से सर्वे के संबंध में कोई बयान नहीं दिया गया। इसके बाद भी सोशल मीडिया, अखबार और समाचार चैनल में लगातार खबरें प्रकाशित हो रही हैं। इससे जनमानस पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। वैमनस्य फैल रहा है। इसलिए इस तरह के समाचारों को प्रसारित व प्रकाशित करने से रोका जाए।

ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कर रही ASI टीम छठे दिन यानी मंगलवार को नींव से तीनों गुंबद और मीनारों के कंगूरे तक जांच की। टीम ने संरचना, वास्तु शैली काे परखने के साथ ही माप की। निर्माण में इस्तेमाल सामग्री की छानबीन की। जानकारी जुटाई कि हर हिस्से के निर्माण में किस तरह की सामग्री इस्तेमाल हुई और किस कालखंड में प्रयोग की गई। इस सिलसिले में IIT कानपुर के दो एक्सपर्ट भी बुधवार को पहुंची। आज टीम जीपीआर (ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार) तकनीक से नींव की जांच करेंगे। इस तकनीक से खुदाई किए बिना जमीन के नीचे जांच की जाएगी।