मशहूर कला निर्देशक नितिन देसाई की मौत के बाद, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा कि कर्ज देने वाली एक निजी कंपनी की भूमिका की जांच की जाएगी, जिससे देसाई ने ऋण लिया था. उन्होंने कहा कि जांच में पता लगाया जाएगा कि क्या कंपनी अधिक ब्याज वसूलती थी और क्या देसाई तनाव में थे? गृह विभाग का कार्यभार संभाल रहे फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि मुंबई के पास कर्जत में देसाई के एनडी स्टूडियो को कैसे संरक्षित किया जा सकता है या सरकार द्वारा अपने नियंत्रण में लिया जा सकता है, इस संबंध में कानूनी पहलुओं पर विचार किया जाएगा l
जोधा अकबर, लगान जैसी फिल्मों और टीवी कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति का भव्य सेट तैयार करने वाले जाने माने कला निर्देशक नितिन देसाई (57) बुधवार को अपने स्टूडियो में फंदे से लटके पाए गए देसाई की कंपनी एनडी आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने 2016 और 2018 में ईसीएल फाइनेंस से दो ऋणों के माध्यम से 185 करोड़ रुपये उधार लिए थे और पुनर्भुगतान को लेकर परेशानी जनवरी 2020 से शुरू हुई l
देसाई ने अपनी प्रतिभा और उपलब्धियों से कला निर्देशन के क्षेत्र में अपना नाम बनाया. शेलार ने आरोप लगाया कि यह दुखद है कि चार राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित देसाई को यह कदम उठाना पड़ा. उन्होंने एनडी स्टूडियो के लिए 180 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, जो बढ़कर 252 करोड़ रुपये हो गया. यह राशेश शाह और एडलवाइस एआरसी कंपनी द्वारा ऋण प्रदान करने की कार्यप्रणाली को दिखाता है l
इस मामले की जांच केवल आकस्मिक मौत के रूप में नहीं की जानी चाहिए, बल्कि लगाई गई ब्याज दर, इस कंपनी द्वारा लागू की गई वसूली प्रक्रिया और ऐसे कई मुद्दों पर गौर करने के लिए एक विशेष टीम गठित की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि तभी नितिन चंद्रकांत देसाई को न्याय मिलेगा l